रोहित शर्मा का फ्लॉप शो रणजी ट्रॉफी में जारी है। मुंबई के बीकेसी ग्राउंड में वह जम्मू-कश्मीर के खिलाफ महज 3 रन ही बना सके। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3 टेस्ट में सिर्फ 31 रन बनाने वाले रोहित आलोचकों के निशाने पर हैं। उनके पास रणजी में बड़ी पारी खेलने का मौका था, लेकिन वह सस्ते में चलते बने। उनके ओपनिंग जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल भी कुछ खास नहीं कर पाए। यशस्वी 4 रन बनाकर पवेलियन लौटे। वहीं कर्नाटक के खिलाफ पंजाब के लिए ओपनिंग करने उतरे शुभमन गिल 4 रन बनाकर आउट हुए। भारतीय टेस्ट टीम में ये तीनों बल्लेबाज टॉप-3 में बैटिंग करते हैं।
ऋषभ पंत भी हुए फेल
रणजी ट्रॉफी के छठे राउंड की शुरुआत 23 जनवरी से हुई। बीसीसीआई की सख्ती के बाद स्टार क्रिकेटर्स रणजी में खेलने उतरे हैं। मगर उनका बल्ला यहां भी नहीं चल पा रहा है। रोहित-यशस्वी की भारतीय टेस्ट टीम की सलामी जोड़ी मुंबई के लिए पारी की शुरुआत करने उतरी। यशस्वी को आकिब नबी ने LBW आउट किया। इसके बाद रोहित भी ज्यादा देर नहीं टिक पाए। उन्हें उमर नजीर ने कप्तान पारस डोगरा के हाथों लपकवाया। 9 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहे रोहित 19 गेंदों का ही सामना कर पाए।
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में शुभमन गिल को अभिलाष शेट्टी ने विकेट के पीछे कैच आउट करवाया। खबर लिखे जाने तक कर्नाटक के खिलाफ पंजाब ने 46 रन पर 7 विकेट गंवा दिए हैं। राजकोट में सौराष्ट्र और दिल्ली के बीच चल रहे मुकाबले में ऋषभ पंत ने निराश किया। 7 साल बाद रणजी मैच खेल रहे पंत 10 गेंद में 1 रन बनाकर चलते बने। इस मुकाबले में सौराष्ट्र की ओर से रवींद्र जडेजा भी खेल रहे हैं। जडेजा 12 ओवर में 2 विकेट चटका चुके हैं।
बोर्ड ने धरेलू क्रिकेट खेलना जरूरी किया
न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली करारी हार के बाद बीसीसीआई ने 11 जनवरी को रिव्यू मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में बोर्ड के अधिकारियों के साथ चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर, कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर भी मौजूद थे। मीटिंग के बाद बीसीसीआई ने गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा, नहीं तो उन पर कार्रवाई होगी। बोर्ड के इस फैसले के बाद टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रणजी खेलने उतरे हैं।