भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। गाबा टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद अश्विन ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बड़ा फैसला लिया। उन्होंने भावुक होकर कहा कि भारत के लिए क्रिकेट खेलना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान था और गाबा टेस्ट का आखिरी दिन उनके करियर का अंतिम दिन है।
मैच के दौरान जब पांचवें दिन खेल रुका, तो टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम में अश्विन को घेर लिया। अश्विन ने विराट कोहली को गले लगाकर अपने संन्यास का संकेत दिया। इसके बाद, सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई कि अश्विन जल्द ही अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर से भी बातचीत की और कुछ ही समय बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी विदाई की घोषणा कर दी।
अश्विन का करियर और रिकॉर्ड
38 साल के रविचंद्रन अश्विन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं। उन्होंने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट हासिल किए। उनके शानदार प्रदर्शन में 37 बार एक पारी में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड शामिल है, जो किसी भी भारतीय गेंदबाज के लिए अद्वितीय है। इसके अलावा, उन्होंने 8 बार किसी मैच में 10 विकेट झटके हैं।
उनका बॉलिंग स्ट्राइक रेट 50.7 है, जो 200 से ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनरों में सबसे बेहतर है। अश्विन के नाम 11 बार "प्लेयर ऑफ द सीरीज" का अवॉर्ड है, जो महान गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के रिकॉर्ड के बराबर है। पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/59 का रहा, जबकि किसी मैच में उनका सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा 13/140 का है।
अश्विन ने नवंबर 2011 में दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। तमिलनाडु से आने वाले इस स्पिनर ने अपने पहले ही मैच में शतक और पांच विकेट लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारतीय टीम के लिए कई ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई।