खिलाड़ियों की चोट की समस्या से जूझ रही टीम इंडिया को मैनचेस्टर टेस्ट में उस समय करारा झटका लगा जब बल्लेबाजी के दौरान ऋषभ पंत चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए। भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पंत ने मुकाबले के पहले दिन (23 जुलाई) इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप करने का प्रयास किया था। गेंद पंत के बल्ले पर आई नहीं और सीधे जाकर उनके जूते पर लगी। इसके बाद पंत को रिटायर हर्ट होना पड़ा। 37 रन पर बल्लेबाजी कर रहे पंत अपने पैर पर खड़े भी नहीं हो पा रहे थे।
ऐसे में सवाल उठ रहा था कि क्या वह मैनचेस्टर टेस्ट में आगे हिस्सा ले पाएंगे या नहीं? भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गुरुवार को इस मामले पर अपडेट दिया। BCCI ने बताया कि पंत मुकाबले में विकेटकीपिंग नहीं करेंगे। उनकी जगह ध्रुव जुरेल विकेट के पीछे खड़े होंगे। बोर्ड ने आगे कहा कि पंत चोट के बावजूद मैनचेस्टर टेस्ट के दूसरे दिन टीम के साथ जुड़ गए हैं और वह जरूरत पड़ने पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे।
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पंत के पैर में हुआ फ्रैक्चर
ऋषभ पंत को चोट लगने के बाद स्कैन के लिए ले जाया गया। स्कैन के बाद पता चला है कि उनके पैर में फ्रैक्चर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंत 6 हफ्तों के लिए बाहर हो सकते हैं। पंत का चोटिल होना भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका है। वह 5 टेस्ट मैचों की इस सीरीज में जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं। पंत सीरीज में 450 से ज्यादा रन बना चुके हैं। पंत को लॉर्ड्स टेस्ट में उंगली में चोट लगी थी। उस मुकाबले में भी उन्होंने विकेटकीपिंग नहीं की थी।
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खिलाड़ियों की चोट से परेशान है टीम इंडिया
भारतीय टीम सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही है। नीतीश कुमार रेड्डी पहले ही घुटने की चोट के कारण सीरीज से बाहर हो चुके हैं। तेज गेंदबाज आकाश दीप और अर्शदीप सिंह भी फिटनेस समस्याओं के चलते मैनचेस्टर टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं थे। अब पंत की इंजरी टीम इंडिया के लिए बड़ी मुसीबत बनकर सामने आई है।