शतक लगाने के बाद ऋषभ पंत का 'कलाबाजी' सेलिब्रेशन (Somersault Celebration) भले ही फैंस को रोमांचित करता हो लेकिन इससे उनका क्रिकेट करियर खतरे में पड़ सकता है। पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट की पहली पारी में सेंचुरी जड़ने के बाद 'कलाबाजी' दिखाई थी। इससे पहले उन्होंने आईपीएल 2025 में RCB के खिलाफ शतक लगाने के बाद कुछ इसी अंदाज में जश्न मनाया था।
पंत के घुटने की सर्जरी करने वाले सर्जन डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने इस सेलिब्रेशन को गैरजरूरी बताया है। दिसंबर 2022 में पंत कार एक्सीडेंट में बुरी तरह से चोटिल हो गए थे। उनका मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में इलाज चला था, जहां पारदीवाला ने उनके घुटने के लिगामेंट की सर्जरी की थी।
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पंत को 'कलाबाजी' सेलिब्रेशन से बचना चाहिए
दिनशॉ पारदीवाला ने द टेलीग्राफ से कहा, 'ऋषभ ने बचपन में जिम्नास्टिक सीखी, इसके चलते वह फुर्तीले और लचीले हैं। कलाबाजी एक परफेक्ट और अच्छी तरह से प्रैक्टिस की गई मूव है लेकिन यह जरूरी नहीं है।'
डॉ पारदीवाला का कहना सही है क्योंकि इस तरह की मूवमेंट में एक गलत एंगल या खराब लैंडिंग से सब कुछ बिगड़ सकता है। कलाबाजी में घुटनों और कमर पर बहुत दबाव पड़ता है। पंत अगर इसे बार-बार करते हैं तो उनके पहले से कमजोर जोड़ों (Joints) में फिर से चोट लग सकती है।
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पंत का खेलना चमत्कार से कम नहीं
दिनशॉ पारदीवाला ने कहा कि पंत का जैसा एक्सीडेंट हुआ था, वह भाग्यशाली थे कि जीवित बच गए। उन्होंने बताया कि जब पंत को हॉस्पिटल लाया गया तब उनका दाहिना घुटना उखड़ गया था। डॉ पारदीवाला ने कहा कि इस तरह के मरीज चल लेते हैं तो यह बड़ी बात होती है। पंत का दोबारा क्रिकेट खेलना किसी चमत्कार से कम नहीं है।
पारदीवाला ने कहा, 'जब आपका घुटना खिसक जाता और सभी स्नायुबंधन टूट जाते हैं, तो तंत्रिका या मुख्य रक्त वाहिका के भी चोटिल होने की संभावना अधिक होती है। लेकिन इस भीषण दुर्घटना के बावजूद उनकी रक्त वाहिका को चोट नहीं पहुंची, वह बहुत भाग्यशाली था।'