हिमाचल प्रदेश के पेस ऑलराउंडर ऋषि धवन ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। 34 साल के धवन ने 5 जनवरी को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि वो भारतीय क्रिकेट के लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट से संन्यास ले रहे हैं। धवन ने भारत के लिए 3 वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल मुकाबला खेला था। विजय हजारे ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज की समाप्ति के बाद उन्होंने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की।
धोनी ने कराया था डेब्यू
ऋषि धवन ने 2016 में एमएस धोनी की कप्तानी में ODI से टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने इंटरनेशनल करियर का पहला मैच खेला। इस मुकाबले में वह आठवें नंबर पर उतरे थे। 3 रन बनाकर नाबाद लौटे। इसके बाद धवन ने 6 ओवर डाले थे जिसमें उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ही उन्होंने अपने करियर के तीनों वनडे खेले।
इन तीन मैचों की दो पारियो में वह महज 12 रन ही बना सके। वहीं उनकी झोली में एक विकेट आया। साल 2016 में ही धवन ने जिम्बाब्वे दौरे पर अपने करियर का एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मुकाबला खेला था। इस मैच में उन्होंने 1 रन बनाए थे और एक विकेट लिए थे।
हिमाचल को बनाया विजय हजारे ट्रॉफी चैंपियन
धवन ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में रविवार को अपने लिमिटेड ओवर्स करियर का आखिरी मैच खेला। आंध्र प्रदेश के खिलाफ उन्होंने 2 विकेट चटकाए और नाबाद 45 रन की कप्तानी पारी खेल हिमाचल प्रदेश को 8 विकेट से जीत दिलाई। धवन ने 3 साल पहले हिमाचल को पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी चैंपियन बनाया था। उस सीजन धवन ने 458 रन बनाए थे और 17 विकेट झटके थे।
ऋषि धवन ने आईपीएल में पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस की ओर से खेले। उन्होंने कुल 39 आईपीएल मैचों में 25 विकेट चटकाए। इसके अलावा 210 रन बटोरे। धवन ने भारतीय लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट से संन्यास लिया है। यानी अब वह विजय हजारे ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और इंडियन प्रीमियर लीग में खेलते हुए नहीं दिखेंगे। हालांकि फर्स्ट क्लास यानी रणजी ट्रॉफी में खेलना जारी रखेंगे।