शार्दुल ठाकुर मुंबई के लिए एक बार फिर संकट मोचक बनकर सामने आए हैं। शुक्रवार (24 जनवरी) को जम्मू-कश्मीर के खिलाफ शार्दुल ने शतक ठोककर मुंबई को शर्मनाक हार से बचा लिया है। बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स ग्राउंड में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-ए मुकाबले के दूसरे दिन स्टंप्स तक शार्दुल 119 गेंद में 113 रन बनाकर नाबाद हैं। उनके शतक की मदद से मुंबई ने 188 रन की बढ़त हासिल कर ली है।
शार्दुल का यादगार शतक
शार्दुल की ये पारी उस समय आई, जब मुंबई की टीम अपनी दूसरी पारी में 91 रन पर 6 विकेट गंवाकर मुसीबत में थी। उनके क्रीज पर उतरने के कुछ ही देर बाद स्कोर 101/7 हो गया। इस समय तक मुंबई के पास सिर्फ 15 रन की बढ़त थी। उनके ऊपर हार का खतरा मंडरा रहा था लेकिन यहां से शार्दुल को तनुष कोटियान का साथ मिला और दोनों ने आठवें विकेट के लिए नाबाद 173 रन की साझेदारी कर बाजी पलट दी। तनुष कोटियान 58 रन बनाकर खेल रहे हैं।
शार्दुल ने पहली पारी में भी 51 रन बनाकर मुंबई के 120 के स्कोर तक पहुंचाया था। इसके जवाब में जम्मू-कश्मीर ने अपनी पहली पारी में 206 रन बनाए थे और 86 रन की लीड हासिल की थी। रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर जैसे सितारे दूसरी पारी में भी फ्लॉप रहे। टीम इंडिया से बाहर चल रहे शार्दुल ने तनुष कोटियान के साथ मिलकर मुंबई को न सिर्फ मजबूत स्थिति में पहुंचाया है बल्कि अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति को भी करारा जवाब दिया है। शार्दुल 2023 के बाद से भारतीय टीम के सेट अप से बाहर हैं।
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सेलेक्टर्स को सुनाई खरी-खरी
मुंबई बनाम जम्मू कश्मीर मुकाबले के पहले दिन अर्धशतक और 2 विकेट लेने के बाद शार्दुल ने सेलेक्टर्स को जमकर सुनाया था। साथ ही वह लंबे समय से नजरअंदाज किए जाने पर निराश भी नजर आए। पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद शार्दुल ने मीडिया से कहा था, 'मैं अपनी क्वालिटी के बारे में क्या कह सकता हूं? दूसरों को इसके बारे में बात करनी चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि अगर किसी में क्वालिटी है, तो उसे अधिक मौके दिए जाने चाहिए। मुझे मुश्किल परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना पसंद है। आसान कंडीशन्स में हर कोई अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन मुश्किल परिस्थितियों में आप कैसा प्रदर्शन करते हैं, यह मायने रखता है। मैं मुश्किल परिस्थितियों को चुनौती के रूप में देखता हूं। हमेशा इस बारे में सोचता हूं कि उस चुनौती कैसे पार पाया जाए।'