टीम इंडिया से बाहर चल रहे ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने मुंबई के लिए खेलते हुए रणजी ट्रॉफी में कहर बरपा दिया है। उन्होंने गुरुवार (30 जनवरी) को मेघालय के खिलाफ हैट्रिक लेकर उसे घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
33 साल के शार्दुल ने पिछले मैच में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ बल्ले से कमाल किया था। उन्होंने पहली पारी में अर्धशतक लगाने के बाद दूसरी पारी पारी में बेहतरीन शतकीय पारी खेली थी। हालांकि उनके इस धांसू प्रदर्शन के बावजूद मुंबई की टीम यह मैच हार गई थी। इस करारी हार के बाद नॉकआउट में क्वालिफाई करने के लिए मुंबई की टीम करो या मरो की स्थिति में है। शार्दुल ने घातक गेंदबाजी कर उन्हें बोनस प्वाइंट के साथ जीत की ओर अग्रसर कर दिया है।
रणजी इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
मुंबई और मेघालय के बीच यह मुकाबला बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स ग्राउंड में खेला जा रहा है। मेजबान टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। शार्दुल ठाकुर और मोहित अवस्थी की जोड़ी ने मेघालय के टॉप-ऑर्डर को तहस-नहस कर अपने कप्तान के फैसले को सही साबित किया।
शार्दुल ने पहले ओवर में ही मेघालय को शुरुआती झटका दिया। इसके बाद मोहित ने दूसरे ओवर में एक विकेट झटका। फिर तीसरे ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर शार्दुल ने तीन विकेट लिए। इसके साथ ही वह रणजी ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले मुंबई के पांचवें गेंदबाज बने।
मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज
- जहांगीर खोट - 1943-44
- उमेश नारायण कुलकर्णी - 1964
- अब्दुल इस्माइल - 1973-74
- रॉयस्टोन डियास - 2023-24
- शार्दुल ठाकुर - 2024-25
शार्दुल की हैट्रिक के बाद मोहिद ने विकेटकीपर अर्पित भाटेवारा को पवेलियन भेज 4 ओवर के अंदर मेघालय का स्कोर 2 रन पर 6 विकेट कर दिया। 6 बल्लेबाजों को गंवाने के बाद रणजी इतिहास में किसी टीम का ये सबसे कम स्कोर है। पुछल्ले बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से मेघालय की टीम किसी तरह 86 रन तक पहुंच पाई। मुंबई के लिए शार्दुल ने सबसे ज्यादा 4 जबकि मोहित ने 3, शम्स मुलानी ने 2 और सिल्वेस्टर डिसूजा ने एक विकेट लिए।