सौरव गांगुली ने भारतीय टीम को कोचिंग देने की इच्छा जताई है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्हें कोचिंग से ऐतराज नहीं है। अगले महीने 53 साल के होने जा रहे गांगुली 2018-19 और 2022-24 के दौरान आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के टीम डायरेक्टर रह चुके हैं। उन्होंने 2019 और 2022 के बीच 3 साल तक बीसीसीआई अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाली।
गांगुली से जब हालिया इंटरव्यू में पूछा गया कि क्या वह भारतीय टीम का कोच बनना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, 'मैंने इसके बारे में सोचा नहीं क्योंकि मैं अलग अलग भूमिकाओं में रहा हूं।' उन्होंने आगे बताया, 'मैंने 2013 में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना छोड़ा और फिर बीसीसीआई अध्यक्ष बन गया।' उनसे जब कहा गया कि वह भारत का कोच बनकर और भी योगदान दे सकते थे, तो गांगुली ने कहा, 'देखते हैं कि आगे क्या होता है। मैं 50 (53) साल का ही हूं। देखते हैं कि क्या होता है। मुझे इससे ऐतराज नहीं है। देखते हैं।'
यह भी पढ़ें: भारत ने टपकाए 3 लड्डू कैच, क्या हाथ से निकलेगा लीड्स टेस्ट?
सियासी पारी से किया इनकार
गांगुली ने राजनीति की पिच पर उतरने की खबरों को खारिज किया। यह पूछने पर कि पश्चिम बंगाल में 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले क्या वह किसी राजनीतिक दल से जुड़ेंगे, उन्होंने मुस्कुराकर कहा, 'मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है।'
अगर उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने की पेशकश की जाए तो? इस पर भी उन्होंने कहा, 'मेरी कोई रूचि नहीं है।' गांगुली ने मौजूदा कोच गौतम गंभीर की तारीफ करते हुए कहा कि दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से उन्होंने लय पकड़ ली है। उन्होंने कहा, 'गौतम अच्छा कर रहा है। शुरुआत धीमी रही जब आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से हारे लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी के बाद उन्होंने लय पकड़ ली। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज बड़ी होगी।'
यह भी पढ़ें: टीम इंडिया को रहना होगा सावधान, हेडिंग्ले में कभी भी पलट सकती है बाजी