भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के हाथों बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT) 1-3 से गंवा दी। टीम इंडिया के पास सिडनी टेस्ट जीतकर इस प्रितिष्ठित ट्रॉफी को रिटेन करने का मौका था, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने तीन दिन में ही सरेंडर कर दिया। सीरीज हार के बाद टीम इंडिया अब एक नई मुसीबत में फंस गई है। घर के वापसी की टिकटों के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
दरअसल, भारतीय टीम के दो महीने लंबे ऑस्ट्रेलिया दौरे का अंत 7 जनवरी को हाना था और इसके अगले दिन घर वापसी की उड़ान भरनी थी। लेकिन सिडनी टेस्ट दो दिन पहले ही खत्म हो गया। इस वजह से पूरी टीम ऑस्ट्रेलिया में ही रुकी हुई है। बीसीसीआई खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की वापसी की टिकट के जुगत में लगा हुआ है। जैसे ही टिकटों का इंतजाम होगा खिलाड़ी घर लौट सकेंगे।
सोमवार को उड़ान भरेंगे कुछ सीनियर खिलाड़ी
भारतीय टीम को 8 जनवरी को उड़ान भरनी थी, लेकिन मैच पहले ही खत्म होने कारण कुछ खिलाड़ी जल्दी जा सकते हैं। हालांकि ये इस बात पर निर्भर करता है कि टिकट कब उपलब्ध होते हैं। कुछ सीनियर सदस्यों को सोमवार को उड़ान भरनी है। इसका मतलब है कि पूरी टीम एक साथ भारत नहीं लौटेगी।
घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'लॉजिस्टिक्स मैनेजर टीम के लिए इस पर काम रहा है और जैसे ही टिकट उपलब्ध होंगे, डिपार्चर शुरू हो जाएगा।'
पर्थ टेस्ट से पहले भारतीय टीम ने मैच सिमुलेशन में भाग लिया था। टीम इंडिया ने पर्थ में 295 रन की जीत के साथ धमाकेदार अंदाज में दौरे की शुरुआत की। इसके बाद पिंक बॉल टेस्ट के लिए कैनबरा में अभ्यास किया और फिर एडिलेड पहुंची। भारतीय टीम ने अगले तीन टेस्ट ब्रिस्बेन, मेलबर्न और सिडनी में खेले। इस दो महीने के लंबे दौर पर टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में 7700 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की।