विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) ने भारतीय महिला क्रिकेटरों के लिए संजीवनी का काम किया है। सायका इशाक और आशा शोभना जैसी खिलाड़ियों ने WPL की बदौलत ही टीम इंडिया तक का सफर तय किया। सायका और आशा ने जहां WPL के सहारे इंटरनेशनल डेब्यू कर लिया, वहीं एक खिलाड़ी भारतीय टीम में वापसी की जुगत में लगी है। बात हो रही है भारती फूलमाली की, जो 6 साल से टीम इंडिया से बाहर हैं।
2019 में किया डेब्यू
मीडिल ऑर्डर की बल्लेबाज भारती फूलमाली ने 2019 में 24 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर लिया था। इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की। गुवाहाटी में खेले गए उस मुकाबले में भारती ने छठे नंबर पर आकर 20 गेंद में 18 रन बनाए, जिससे टीम इंडिया ने 100 का आंकड़ा पार किया। हालांकि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया। इंग्लैंड ने 112 रन के टारगेट को आसानी से हासिल कर लिया।
सीरीज के तीसरे मुकाबले में भारती के पास चमकने का सुनहरा मौका था लेकिन वह चूक गईं। 120 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने 19 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 117 रन बना लिए थे। आखिरी 6 गेंद में 3 रन की जरूरत थी। क्रीज पर महान बल्लेबाज मिताली राज और भारती की जोड़ी थी। मिताली 32 गेंद में 30 रन बनाकर खेल रही थीं, जबकि भारती 9 गेंद में 5 रन पर थीं। आखिरी ओवर में स्ट्राइक भारती के पास थी। वह पहली तीन गेंदों पर कोई रन नहीं बना सकीं और चौथी गेंद पर आउट हो गईं। टीम इंडिया यह मुकाबला 1 रन के करीबी अंतर से हार गई और सीरीज में उसका सूपड़ा साफ हो गया। इसके बाद भारती को टीम से बाहर कर दिया गया।
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WPL 2025 में मचाया धमाल
विमेंस प्रीमियर लीग के तीसरे सीजन यानी WPL 2025 में भारती फूलमाली गुजरात जायंट्स की ओर से खेल रही हैं। इस सीजन 5 मैचों में उन्हें मैदान पर उतरने का मौका मिला है, जिसमें 3 पारियों में उनकी बल्लेबाजी आई है। भारती ने इन 3 पारियों में 180.70 के स्ट्राइक रेट से 103 रन बटोरे हैं। 11 मार्च को भारती ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 25 गेंद में 244 के स्ट्राइक रेट से 61 रन ठोके, जिसमें 8 चौके और 4 छक्के शामिल रहे। हालांकि उनकी यह पारी गुजरात के काम नहीं आ सकी। 180 रन के टारगेट का पीछा करते हुए गुजरात की टीम 170 रन पर सिमट गई।
भले ही यह मैच गुजरात नहीं जीत सका लेकिन भारती फूलमाली अपनी हार्ड हिटिंग क्षमता दिखाकर सुर्खियों में आ गईं। उन्होंने सातवें नंबर पर आकर यह पारी खेली। भारती जब आउट हुईं, तब गुजरात को जीत के लिए 18 गेंद में 38 रन चाहिए थे। उन्होंने मैच बना दिया था मगर मुंबई के गेंदबाजों ने उनका विकेट लेने के बाद अच्छी वापसी की। अब 13 मार्च को एलिमिनेटर में एक बार फिर मुंबई और गुजरात की टीमें आमने-सामने होंगी। इस मुकाबले में अगर भारती कमाल दिखाती हैं तो उनके लिए भारतीय टीम के दरवाजे खुल सकते हैं।
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विदर्भ की सिर्फ दूसरी ऐसी क्रिकेटर
भारती फूलमाली का जन्म 11 अक्टूबर 1994 के रोज महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। उनके पिता स्कूल टीचर हैं। भारती शुरू में लड़कों के साथ गली क्रिकेट खेलती थीं। तब उनकी पॉवर हिटिंग से हर कोई हतप्रभ रह जाता था। बेटी की क्रिकेट में दिलचस्पी देख उनके माता-पिता ने उन्हें प्रोफेशनल कोचिंग दिलाने का फैसला किया। भारती ने अमरावती के वर्ल्ड क्रिकेट एकेडमी में शुरुआती ट्रेनिंग ली। इसके बाद उन्होंने संत गजानन क्रिकेट एकेडमी में अपने खेल को निखारा।
भारती की जीवन उस समय बदल गई जब उन्होंने वदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के ट्रायल्स में सेलेक्टर्स को प्रभावित किया और उन्हें टीम में चुन लिया गया। वह महज 13 साल की उम्र में विदर्भ की अंडर-19 टीम के खेलने लगीं। भारती को लंबे-लंबे छक्के लगाते देख साथी खिलाड़ी उन्हें 'लेडी गेल' के नाम से बुलाती थीं। उन्होंने विदर्भ के लिए घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और आगे चलकर टीम इंडिया में जगह बनाई। मोना मेशरम के बाद वह टीम इंडिया के लिए खेलने वाली विदर्भ की दूसरी क्रिकेटर हैं।