हरियाणा के कैबिनेट मंत्री और अंबाला कैंट के विधायक अनिल विज अपने बेबाक अंदाज और त्वरित कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं। आम जनता के लिए उनका दिल जितना नरम है, लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए उतना ही सख्त। हाल ही में अंबाला में हुए दो घटनाओं ने फिर से साबित कर दिया कि विज की नजर से कोई बच नहीं सकता। एक कार्यक्रम में लापरवाही पर दो जूनियर इंजीनियर (JE) सस्पेंड और एक कार्यकारी अभियंता (ExEn) को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, वहीं बिना अनुमति मेले के आयोजन पर 18 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई और मेला प्रबंधन का सामान जब्त कर लिया गया।
अंबाला कैंट में नगर निगम (MC) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अनिल विज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद उन्हें जानकारी मिली कि मंच के इंतजाम ठीक नहीं थे और वहां एक विपक्षी नेता का पोस्टर चस्पा था। यह सुनते ही विज का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने तुरंत पूछा, “यह कैसे हो सकता है कि कर्मचारी और अधिकारी इतने लापरवाह हों?” जांच में पता चला कि मंच की व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर निगम के दो जूनियर इंजीनियरों और एक कार्यकारी अभियंता की थी।
2 JE हुए सस्पेंड
विज ने बिना देर किए कड़ा कदम उठाया। उन्होंने दोनों जूनियर इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया और कार्यकारी अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी किया। सूत्रों के अनुसार, 2024-25 में विज ने अंबाला में कुल 12 कर्मचारियों को विभिन्न लापरवाहियों के लिए सस्पेंड किया है, जिसमें 5 पुलिसकर्मी और 7 सिविल कर्मचारी शामिल हैं। यह घटना उनकी सख्त प्रशासनिक छवि को और मजबूत करती है।
बिना अनुमति मेले पर FIR, 18 पकड़े गए
दूसरी घटना अंबाला के गांधी मैदान की है, जहां बिना अनुमति पांच दिनों से एक मेला चल रहा था। गांधी मैदान से गुजरते समय विज की पैनी नजर इस मेले पर पड़ी। उन्हें तुरंत याद आया कि इस मैदान में मेला लगाने पर रोक है, क्योंकि यहां 2023 में आधुनिक ट्रैक और सौंदर्यीकरण का कार्य हुआ था। विज ने तुरंत जिला प्रशासन को फोन किया, लेकिन अधिकारियों ने मेले की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
बुलाई आपात बैठक
अगले दिन विज ने आपात बैठक बुलाई और सभी अधिकारियों से पूछा, ‘किसने इस मेले को अनुमति दी?’ सभी ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। विज ने सख्त लहजे में कहा, ‘अगर कोई बाबू पैसे लेकर यह काम कर रहा है, तो उसे तुरंत निलंबित करो। मेला प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज करो।’ जांच में पता चला कि मेला आयोजकों ने बिना अनुमति के अवैध रूप से स्टॉल लगाए थे। पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में लिया, जबकि कुछ आयोजक फरार हैं। मेले का सारा सामान जब्त कर लिया गया है।