असम में रविवार को बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। ब्रह्मपुत्र और बराक सहित 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अधिकारियों के अनुसार, 15 से अधिक जिलों में 78,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें पांच लोग भूस्खलन और तीन लोग बाढ़ के कारण मारे गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से बात की और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘माननीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी ने कुछ देर पहले मुझे फोन कर असम की बाढ़ की स्थिति के बारे में पूछा और हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने उन्हें राहत और बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी दी। हम उनके समर्थन और चिंता के लिए आभारी हैं।’
CWC ने जारी किया 'ऑरेंज बुलेटिन'
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने असम के लिए 'ऑरेंज बुलेटिन' जारी किया, जिसमें गंभीर बाढ़ की स्थिति की चेतावनी दी गई। ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूगढ़ और नेमाटीघाट (जोरहाट) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अन्य नदियां जो खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं, उनमें शामिल हैं:
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ढालेश्वरी (हैलाकांडी में घर्मुरा)
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रुकनी (कछार में ढोलाई)
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कटाखाल (हैलाकांडी में मटिजुरी)
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बराक (श्रीभूमि में बदरपुर घाट)
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बूढ़ीदेहिंग (तिनसुकिया में मार्गेरिटा)
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कुशियारा (श्रीभूमि)
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धनसिरी (गोलाघाट में नुमालीगढ़)
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कोपिली (नगांव में कमपुर)
रेल, सड़क और नौका सेवाएं बाधित
भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण परिवहन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दीं, जिनमें शामिल हैं:
गुवाहाटी-दुल्लभछेरा-गुवाहाटी ट्रेन को बाराइग्राम तक सीमित कर दिया गया है और मंगलवार तक बाराइग्राम से दुल्लभछेरा के बीच रद्द रहेगी। कामरूप जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-17 का एक हिस्सा शिंगरा शालनीबारी के पास डूब गया है। ब्रह्मपुत्र के बढ़ते जलस्तर के कारण जोरहाट और माजुली के बीच नौका सेवाएं भी निलंबित हैं।
भारतीय वायुसेना ने 14 लोगों को बचाया
एक बड़े बचाव अभियान में, भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने असम-अरुणाचल सीमा पर उफनती बमजिर नदी में फंसे 14 लोगों को सुरक्षित निकाला। तिनसुकिया के जिला आयुक्त स्वप्निल पॉल ने बताया कि यह बचाव कार्य रविवार तड़के उनकी मांग पर किया गया।
उन्होंने कहा, ‘एक साहसी अभियान में, आईएएफ के हेलीकॉप्टर ने बमजिर नदी में फंसे 14 लोगों को बचाया।’ इनमें 13 लोग तिनसुकिया और एक अरुणाचल प्रदेश से थे, जो लगातार बारिश के कारण बढ़े जलस्तर में फंस गए थे। सादिया रेवेन्यू सर्कल अधिकारी जयदीप रजक ने इस बचाव कार्य की निगरानी की। सभी बचाए गए लोग सुरक्षित अपने घर लौट चुके हैं।
रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने शनिवार को पश्चिमी असम के तीन जिलों में 'रेड अलर्ट' और आठ अन्य जिलों में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया। अरुणाचल प्रदेश और मेघालय से आने वाला बारिश का पानी असम में बाढ़ की स्थिति को और गंभीर बना रहा है।
राहत और बचाव कार्य
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राज्य पुलिस, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है और आवश्यक कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग किया जा रहा है।