कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से साइबर ठगी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक 18 साल की लड़की ने ऑनलाइन फ्रॉड में 90 हजार रुपये गवां दिए। लड़की ने एक ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर किताबें बेचने की कोशिश की थी और इसी बीच वह फ्रॉड का शिकार हो गई। नॉर्थ बेंगलुरु के सिद्देदहल्ली में रहने वाली इस लड़की ने OLX पर अपनी 'वन पीस: ईस्ट ब्लू' किताबों की वॉल्यूम 4-9 बेचने के लिए विज्ञापन डाला था। विज्ञापन डालने के 2 दिन बाद एक शख्स ने उससे संपर्क किया और खुद को खरीदार बताया। उसने अपना नाम अशोक अग्रवाल बताया और बिना झिझक 1,500 रुपये में दो किताबें खरीदने के लिए तैयार हो गया।
लड़की पहली बार ऑनलाइन कुछ बेच रही थी तो उसे कुछ अजीब लगा और उसने लड़के से पूछा कि बिना किताबें देखे वह इतनी आसानी से पैसे क्यों दे रहा है। उसने जवाब दिया कि उसे लड़की पर भरोसा है और वह किसी को किताबें लेने के लिए उसके घर भेजेगा। उसने यह भी कहा कि वह पेमेंट केवल बैंक खाते में ही भेजेगा न कि किसी डिजिटल पेमेंट ऐप से। लड़की उसके जाल को समझ नहीं पाई।
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कैसे शिकार बनी लड़की?
फ्रॉड तब शुरू हुआ जब उस शख्स ने लड़की को एक QR कोड भेजा और कहा कि इसे स्कैन करके लेनदेन की 'पुष्टि' करें, जिससे उसके खाते में 1 रुपया आएगा। 1 रुपया इसलिए भेजा ताकि जांच की जा सके की सब कुछ सही है। पहले तो ऐप ने दिखाया कि ट्रांजेक्शन फेल हो गया लेकिन थोड़ी देर बाद उसके खाते में 1 रुपया आ गया। इस छोटी सी राशि के जमा होने से लड़की को लगा कि यह प्रोसेस सही और भरोसेमंद है। उसने सोचा कि अगर 1 रुपये का लेनदेन सफल हो सकता है तो बाकी का पेमेंट भी उसी तरह से आएगा।
अशोक ने लड़की का भरोसा जीतने के लिए बहुत विश्वास से बात की और कहा कि वह जल्द ही पूरा पैसा भेज देगा। उसने लड़की को QR कोड भेजा और कहा कि इसे स्कैन करते ही उसके खाते में पूरा पैसा आ जाएगा। अशोक ने यह सब इतनी चालाकी से किया की लड़की को कुछ समझ नहीं आया और वह उसके जाल में फंस गई। हर बार QR कोड स्कैन करने पर उसके खाते से पैसे कटते गए और देखते ही देखते उसके खाते से 90 हजार रुपये गायब हो गए। लड़की को कुछ समझ नहीं आ रहा था और उसने अपना अकाउंट का बैलेंस भी चेक नहीं किया।
मां के खाते से भी कटा पैसा
अशोक ने लड़की को जब पहली बार QR कोड भेजा तो लड़की को शक हुआ था लेकिन उसके खाते में एक रुपया आ गया था। इसलिए लड़की को उस पर विश्वास हो गया और उसने जैसे ही दूसरे QR कोड को स्कैन किया तो पैसे मिलने की बजाय उसके खाते से ही पैसे कट गए। उसे लगा कि कुछ गड़बड़ है तो उसने फोन पर उस शख्स से सवाल किया। उसने लड़की की चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि यह सिर्फ तकनीकी समस्या है और चिंता की कोई बात नहीं। फिर उसने एक और QR कोड भेजा। इस बार लड़की ने अपनी मां के डिजिटल पेमेंट ऐप से इसे स्कैन किया और तुरंत 4 हजार 500 रुपये मां के खाते से कट गए।
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फ्रॉड करने वाला रुका नहीं। उसने लड़की को और भरोसा दिलाया और एक और QR कोड भेजा। लड़की अब भी पूरी तरह समझ नहीं पा रही थी और उसने उसे भी स्कैन कर लिया। इस बार मां के खाते से दो बार में लगभग 40 हजार रुपये कट गए। इसके बाद भी ठग का लालच खत्म नहीं हुआ। उसने एक और तरीके से 40 हजार रुपये मां के खाते से निकाल लिए। इस तरह उसने कुल 90 हजार रुपये लड़की से ठग लिए।
पुलिस कर रही है जांच
लड़की को धीरे-धीरे शक होने लगा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आखिरकार, जब उसके पिता को इसकी खबर लगी तो उन्होंन फोन पर उस शख्स से सवाल-जवाब किए और उसकी बातों में झूठ पकड़ा। इसके बाद वह लड़की को लेकर तुरंत पुलिस स्टेशन गए। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और ठग के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया जिससे और नुकसान होने से बच गया। पुलिस अब उस फ्रॉड करने वाले की तलाश में है, ताकि उसे पकड़ा जा सके और दूसरों को ऐसी ठगी से बचाया जा सके।