हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग की कड़ी निंदा की है। हुड्डा ने अपने ट्वीट में हरियाणा सरकार और राष्ट्रीय महिला आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में करनाल के 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मौत हो गई थी। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जो 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक था। विनय की 16 अप्रैल को हिमांशी के साथ शादी हुई थी और वे पहलगाम हनीमून के लिए गए थे। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है।
की थी भाईचारे की अपील
हिमांशी ने अपने पति की मौत के बाद सोशल मीडिया पर शांति और भाईचारे की अपील की, लेकिन इसके जवाब में उन्हें अभद्र टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। कुछ ट्रोल्स ने उनकी अपील को 'राष्ट्र-विरोधी' करार दिया, जबकि कुछ अन्य ने उनकी निजी जिंदगी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस ट्रोलिंग की निंदा की और लोगों से संवैधानिक मर्यादा में रहने की अपील की।
हुड्डा ने ट्वीट में कहा, 'पहलगाम आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत के बाद उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल को इंटरनेट पर उपद्रवी ट्रोल अपनी नफरत का शिकार बना रहे हैं। शांति और भाईचारे की बात करने मात्र से उनपर अभद्र टिप्पणियां की जा रही हैं।' उन्होंने सरकार की चुप्पी को 'दुखद' बताते हुए मुख्यमंत्री सैनी से तुरंत कार्रवाई की मांग की।
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव
यह मामला भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए। हरियाणा सरकार ने भी राज्य में रह रहे करीब 460 पाकिस्तानी नागरिकों को निकालने का फैसला किया। इस बीच, साइबर हमलों की खबरें भी सामने आईं, जिसमें पाकिस्तानी हैकर्स ने भारतीय रक्षा संस्थानों को निशाना बनाया।
हुड्डा का बयान ऐसे वक्त में आया है जब केंद्र सरकार ने पूरी सख्ती के साथ दोषियों को सजा देने की बात कही है। हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद हुड्डा ने पार्टी में अपनी स्थिति मजबूत की है। उनकी यह मांग न केवल हिमांशी के समर्थन में है, बल्कि सरकार को घेरने की भी एक कोशिश है। बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने हिमांशी के परिवार से मुलाकात की है।