बिहार के भागलपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां रविवार की रात को पांच कांवड़ियों की मौत हो गई। कांवड़िये सावन महीने के चौथे और आखिरी सोमवार के अवसर पर जल चढ़ाने जा रहे थे। कांवडियों से भरी गाड़ी बिजली की तार के संपर्क में आने से पलट गई थी। जिस गाड़ी के साथ यह हादसा हुआ है उसमें साउंड सिस्टम (डीजे) बंधा हुआ था। इस घटना के बाद इलाके के स्थानीय लोग बिजली विभाग के अधिकारियों पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। हादसे में घायल अन्य लोगों को नजदीकी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि ये सभी युवक श्रावणी मेले के चौथे और अंतिम सोमवार के अवसर पर जल चढ़ाने के लिए सुलतानगंज से गंगा जल लेकर ज्येष्ठ गौर नाथ महादेव मंदिर जा रहे थे। उसी दौरान यह हादसा हुआ था। गाड़ी में तेज आवाज में डीजे बज रहा था और कई कांवड़िए उसमें बैठे हुए थे।
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घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताई सच्चाई
घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया, 'हादसा देर रात करीब 12 बजकर 5 मिनट पर हुआ था। रास्ते में कीचड़ होने की वजह से डीजे वाली गाड़ी फंस गई थी। ड्राइवर ने जैसे-तैसे गाड़ी को बाहर निकाला, तभी नीचे की तरफ झुके हुए हाईटेंशन लाइट के तार से साउंड सिस्टम टकरा गया। बिजली के झटके के बाद गाड़ी असंतुलित होकर पलट गई और नहर में गिर गई। गाड़ी में कुल नौ लोग बैठे थे और दर्जनों कांवड़िये पैदल चल रहे थे।'
इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है। श्रावण महीने की यह यात्रा जो भक्ति और श्रद्धा से भरी होती है, वह एक दुखद हादसे में बदल गई। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
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पीड़ित परिवारों को मिलेगी मदद
भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हृदयकांत ने बताया कि डीजे वाले वाहन के ऊपर लगा साउंड सिस्टम बिजली की तार से टकरा गया और उसी झटके से गाड़ी पलटकर सड़क किनारे नहर में गिर गई। इस घटना में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घटनास्थल पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीपीओ (सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर) को तैनात किया गया है और गाड़ी के ड्राइवर की तलाश की जा रही है।
बिजली विभाग और प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों इतने नीचे बिजली की लाइनें लटक रही थीं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि ऐसे धार्मिक आयोजनों के समय सुरक्षा के विशेष इंतजाम होने चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।