रणनीतिकार से नेता तक का सफर तय कर चुके प्रशांत किशोर की अगुवाई में बनी जन सुराज पार्टी ने भी बिहार की सभी 4 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में हिस्सा लिया है।
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। इस बार सत्ताधारी गठबंधन ने इन सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ा है जिसका असर नतीजों में दिख भी रहा है। चारों सीटों पर सत्ताधारी गठबंधन आगे चल रहा है और INDIA गठबंधन एकदम साफ हो गया है। यह चुनाव इस वजह से भी खास था क्योंकि नई पार्टी बनाने वाले प्रशांत किशोर ने भी सभी चारों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। आइए जानते हैं कि इन चारों सीटों पर जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों का क्या हाल है।
जन सुराज पार्टी 2 अक्टूबर को औपचारिक तौर पर अस्तित्व में आई थी। प्रशांत किशोर ने इसके बाद सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए थे। उन्होंने दावा किया था कि जन सुराज की ताकत उपचुनावों में दिख जाएगी और 2025 के चुनाव से पहले उसके उम्मीदवार जीत हासिल करके दिखाएंगे कि 2025 में क्या होने वाला है। हालांकि, नतीजों में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।
तरारी विधानसभा सीट
तरारी विधानसभा सीट पर बीजेपी के विशाल प्रशांत 78755 वोट पाकर विजयी हुए हैं। वहीं जन सुराज की किरन सिंह सिर्फ 5622 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं।
रामगढ़ विधानसभा सीट
रामगढ़ विधानसभा सीट पर बीजेपी के अशोक कुमार सिंह 62257 वोट पाकर चुनाव जीत गए हैं। बसपा से सतीश कुमार सिंह यादव दूसरे तो आरजेडी के अजीत कुमार सिंह तीसरे नंबर पर रहे। जन सुराज के सुशील कुमार सिंह को सिर्फ 6513 वोट ही मिले।
इमामगंज विधानसभा सीट
खूब चर्चा में रही इमामगंज सीट पर हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा की दीपा कुमारी 53435 वोट पाकर जीत गई हैं। यहां जन सुराज को वोट को खूब मिले हैं लेकिन उसके उम्मीदवार जितेंद्र पासवान 37104 वोट पाकर तीसरे नंबर रहे। आरजेडी के रौशन कुमार 47490 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे।
बेलागंज विधानसभा सीट
बेलागंज सीट पर भी जन सुराज तीसरे नंबर पर है। जन सुराज के मोहम्मद अमजद 17285 वोट पाकर नंबर 3 पर रहे। वहीं जेडीयू की मनोरमा देवी 73334 वोटों के साथ विजेता बनीं। आरजेडी के विश्वनाथ कुमार सिंह 51943 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे।
कुल मिलाकर जन सुराज एक भी सीट पर जीतती नहीं दिख रही है। हां, दो सीटों पर उसे ठीक-ठाक वोट मिले हैं और निर्दलीयों या अन्य पार्टिओं से कहीं आगे है। प्रशांत किशोर की नई पार्टी के लिए इन दो सीटों के परिणाम थोड़ी राहत जरूर दे सकते हैं।