बिहार की 75 लाख महिलाओं को आज मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10 हजार रुपये की पहली किस्त मिल गई है। जानिए इस योजना के लिए कैसे करें अप्लाई।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पोर्टल, Photo Credit: brlps.in
बिहार चुनावों से ठीक पहले बिहार सरकार ने 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की घोषणा की है। आज पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस योजना का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी बिहार की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए। पीएम ने कहा, 'आज से 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार' योजना शुरू की जा रही है। इस योजना से अब तक 75 लाख बहनें जुड़ चुकी हैं। अभी एक साथ इन सभी 75 लाख बहनों के बैंक अकाउंट में 10–10 हजार रुपये भेजे गए हैं।' इस योजना के तहत कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, सिलाई-बुनाई और अन्य लघु उद्योग शुरू करने के लिए महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना के तहत 2 लाख रुपये तक की सहायता दी जा सकेगी।
राज्य सरकार का कहना है कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्व-रोजगार और आजीविका के अवसरों के माध्यम से महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत हर परिवार की एक महिला आर्थिक सहायता ले सकेगी ताकि वह अपना रोजगार शुरू कर सके। इस योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो जीविका स्वंय सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं। इस योजना के लिए करीब 1.6 करोड़ महिलाओं ने आवेदन किया था।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना-बिहार में महिलाओं के लिए स्वरोजगार का नया अवसर
बिहार सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया है। योजनान्तर्गत राज्य के हर परिवार की एक महिला को स्वरोजगार शुरू करने हेतु ₹10,000 की प्राथमिक सहायता दी जाएगी।#jeevikapic.twitter.com/jF49unZTqV
इस योजना का शुभारंभ करते हुए पीएम मोदी ने बिहार में एनडीए सरकार के कामों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस महीने की शुरुआत में ही मुझे 'जीविका निधि साख सहकारी संघ' शुरू करने का अवसर मिला था। अब इस व्यवस्था की ताकत 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार' योजना के साथ जुड़ जाएगी।
पीएम ने महिलाओं के लिए चलाई जा रही अन्य योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा, 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने केंद्र सरकार के लखपति दीदी अभियान को भी नई मजबूती दी है। केंद्र सरकार ने देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक 2 करोड़ से ज्यादा बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। उनकी मेहनत से गांव बदला है, समाज बदला है और परिवार का रुतबा भी बदला है।'
कहां कर सकते हैं आवेदन?
इस योजना के लिए अगर आपने अभी तक आवेदन नहीं किया है तो आप https://mmry.brlps.in/ पर जाकर आवेदन कर सकती हैं। हालांकि, अगर आप पहले से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं या ग्रामीण इलाके में जीविका समूह से जुड़ी हैं तो आपको ऑनलाइन अप्लाई करने की जरूरत नहीं है।
आपके समूह की बैठक में ही इस योजना का फॉर्म आपसे लिया जाएगा। इस योजना के लिए आधार कार्ड, बिहार का स्थायी निवास प्रमाण पत्र बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, सिग्नेचर , जीविका समूह से जुड़ने के लिए आवेदन फॉर्म जैसे दस्तावेज जरूरी होंगे।
किसे मिलेगा लाभ?
इस योजना के तहत उन महिलाओं को पैसा मिलेगा जो खुद या उनका परिवार इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आता है। महिलाओं की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए और 60 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। परिवार को कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में है तो आप इस योजना का लाभ नहीं ले सकती। इसके अलावा अगर कोई महिला स्वंय सहायता समूह या जीविका समूह से नहीं जुड़ी हैं तो उन्हें पहले जीविका समूह से जुड़ना होगा।
कौन ले सकता है लाभ
कैसे मिलेंगे 2 लाख रुपये?
इस योजना की पहली किस्त में आज 75 लाख महिलाओं को 10,000 रुपये मिलेंगे। अब कई महिलाओं के मन में सवाल है कि 10,000 रुपये के बाद भी पैसा मिलेगा या नहीं। इस योजना के तहत 2 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद मिल सकती है लेकिन इसके लिए आपको अपना रोजगार शुरू करना होगा। अगर आप सही तरीके से रोजगार चलाती हैं तो आपको हर 6 महीने में पैसा मिलेगा। कितना पैसा मिलेगा यह आपके काम की समीक्षा के आधार पर तय किया जाएगा। इस बारे में आप आधारिकारिक वेबसाइट mmry.brlps.in पर जाकर ले सकती हैं।