logo

ट्रेंडिंग:

पुलिसकर्मी की ड्यूटी के दौरान हुई मौत पर मिलेगा 1.50 करोड़ का बीमा लाभ

बिहार में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी के दौरान हादसा में मौत होने पर 1.50 करोड़ रुपये बीमा का लाभ मिलेगा। यह घोषणा एडीजी (बजट, अपील एवं कल्याण) डॉ. कमल किशोर सिंह ने की है।

Bihar policeman Insurance

बिहार पुलिस। Photo Credit (@bihar_police)

संजय सिंह,पटना। बिहार में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी के दौरान हादसा में मौत होने पर 1.50 करोड़ रुपये बीमा का लाभ मिलेगा। हाल में पुलिस महकमे के सभी रैंक के कर्मियों के वेतन पैकेज का प्रबंध बैंक ऑफ बड़ौदा से किया गया है, जिसमें ड्यूटी के दौरान किसी हादसे या दुर्घटना में मौत होने पर डेढ़ करोड़ रुपये बीमा शामिल है। सभी पुलिसकर्मियों का सैलरी एकाउंट भी इस बैंक में स्थानांतरित किया गया है। ताकि इस तरह के अन्य फायदे उन्हें मिल सकें। संबंधित पुलिस कर्मी की मौत होने पर यह राशि उसके परिजनों को दी जाती है। यह जानकारी एडीजी (बजट, अपील एवं कल्याण) डॉ. कमल किशोर सिंह ने दी।

 

एडीजी ने कहा कि पटना के अटल पथ पर कुछ महीने पहले वाहन चेकिंग के दौरान एक गाड़ी ने महिला सिपाही को कुचल दिया था। बुरी तरह से जख्मी इस सिपाही की मौत इलाज के दौरान हो गई थी। इसे डेढ़ करोड़ रुपये का बीमा लाभ दिया जा रहा है। इस नई सुविधा के अंतर्गत लाभ पाने वाली यह पहली पुलिस कर्मी है। उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर से दी जाने वाली अनुग्रह राशि, किसी आश्रित परिजन को नौकरी समेत अन्य सुविधाओं के अतिरिक्त दी जाती है।

 

यह भी पढ़ें: 'BJP ने 500 लोगों की टीम भेजी है, कागज मत दिखाना', ममता बनर्जी की अपील

कई कोष की स्थापना

उन्होंने कहा कि इसी तरह पुलिस कर्मियों के लिए सरकारी सुविधाओं के अतिरिक्त महकमा के स्तर से परोपरकारी कोष, शिक्षा कोष और स्वास्थ्य कोष का गठन करके रखा गया है। इससे समय-समय पर जरूरतमंद पुलिस कर्मियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती हैपरोपकारी कोष से 53 लोगों को 6.84 लाख रुपये की सहायता दी जाएगीशिक्षा कोष से अब पुलिसकर्मी के बच्चों को पीजी स्तर तक की शिक्षा के लिए सहायता मिलेगी। पहले ग्रेजुएट स्तर तक के लिए ही सहायता दी जाती है। 

 

यह भी पढ़ें: राजस्थान: 2021 की SI भर्ती परीक्षा रद्द, हाई कोर्ट ने सुनाया फैसला

परिजनों को सालाना 24 हजार रुपये

पुलिस सहायता कल्याण कोष से असमय मौत होने पर संबंधित पुलिस कर्मी के परिजनों को सालाना 24 हजार रुपये दी जाती हैइस साल 83 लोगों को 32 लाख रुपये की राशि दी जा रही है। 1300 ऐसे लोगों को सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मोतिहारी में 2009 में ट्रैफिक सिपाही मारगेट हंसदा की मौत हो गई थीअब उसकी पुत्री को अनुकंपा पर नौकरी दी जा रही है

 

Related Topic:#bihar news

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap