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BMC को नहीं चाहिए तुर्किए के रोबोट, रद्द कर दी 'Lifebuoy' वाली डील

मुंबई नगर निगम (BMC) तुर्किए से 'Lifebuoys' रोबोट्स खरीदने वाली थी लेकिन अब इस समझौते को रद्द कर दिया गया है। यह रोबोट लोगों को डूबने से बचाता था।

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प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: PTI)

पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए की भारत में मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। पहले तो तुर्किए की एविएशन कंपनी Celebi का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। और अब तुर्किए की एक और कंपनी से मुंबई नगर निगम (BMC) ने समझौता रद्द कर दिया है। BMC ने तुर्किए में बने 'Lifebuoys' रोबोट को खरीदने का समझौता रद्द कर दिया है। 


न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, BMC ने मुंबई में बीच पर इन 'Lifebuoys' रोबोट्स को तैनात करने की योजना बनाई थी लेकिन इसे रद्द कर दिया गया है। रिमोट से कंट्रोल होने वाले इन रोबोट्स को लोगों को डूबने से बचाने के लिए डिजाइन किया गया था।


BMC ने एक बयान जारी कर बताया कि इन रोबोट्स को गिरगांव चौपाटी, शिवाजी पार्क दादर, जूहू, वर्सोवा, अक्सा और गोरई बीच पर तैनात किया जाना था।

 

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समझौता क्यों हुआ रद्द?

पहलगाम अटैक के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था। इस दौरान तुर्किए ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया। तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को 'प्यारा दोस्त' बताया था। आतंकवाद के खिलाफ भारत की इस कार्रवाई पर पाकिस्तान का साथ देने के कारण भारत में तुर्किए का जबरदस्त विरोध हो रहा था।


भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकरावर के दौरान तुर्किए ने जो रवैयार अपनाया, उसके बाद BMC को इस सौदे के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।


सत्तारूढ़ बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना सहित कई पार्टियों के नेताओं ने स्वदेशी विकल्पों को बढ़ावा देने के बजाय विदेश से सामान खरीदने पर सवाल उठाया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का साथ देने पर भारत में तुर्किए से आने वाले सामानों के बहिष्कार की मांग की जा रही थी।

 

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इन रोबोट का काम क्या था?

इन रोबोट्स को पानी में डूबने से लोगों को बचाने के लिए डिजाइन किया गया था। इन Lifebuoy रोबोट में दो वॉटर जेट लगे हैं। इसमें 10,000 mAh की एक रिचार्जेबल बैटरी लगी थी। एक बार चार्ज होने के बाद यह एक घंटे तक काम कर सकते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, यह 18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है। यह समुद्र में 800 मीटर की दूरी तक जा सकते थे। इसके अलावा, यह एक बार में 200 किलो तक का वजन उठा सकते हैं। 

 

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भारत-पाकिस्तान और तुर्किए

वैसे तो भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते कभी ठीक नहीं रहे। 22 अप्रैल को पहलगाम अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बद से बदतर हो गए थे। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। 


इस हमले के बाद भारत ने 6-7 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इस हमले में भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया था। इस ऑपरेशन में जैश के सरगना और ग्लोबल टेररिस्ट मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग भी मारे गए थे।


ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाकर पाकिस्तान की सेना ने भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमला कर दिया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम कर दिया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर हमला कर दिया था। 


7 से 10 मई तक चले इस सैन्य टकराव के दौरान तुर्किए ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था। तुर्किए ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान को ड्रोन्स भी दिए थे। पाकिस्तानी सेना ने तुर्किए से मिले इन ड्रोन्स से भारत पर अटैक करने की कोशिश की थी। हालांकि, उसका हर हमला नाकाम कर दिया गया। इसके बाद तुर्किए का भारत में जबरदस्त विरोध शुरू हो गया। भारत ने तुर्किए से जुड़ी एविएशन कंपनी Celebi के लाइसेंस को भी रद्द कर दिया था। यह कंपनी भारत में कई एयरपोर्ट्स पर ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो का काम संभालती है। 


भारत के इस विरोध के बावजूद तुर्किए ने पाकिस्तान का साथ नहीं छोड़ा। उल्टा तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोआन ने X पर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को अपना 'प्यारा दोस्त' बताया था।

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