केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने ओडिशा में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी को 20 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चिंतन रघुवंशी भुवनेश्वर के एक व्यवसायी से ये रिश्वत ले रहे थे। अधिकारियों ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि चिंतन रघुवंशी ने ढेंकानाल में पत्थर खनन का कारोबार करने वाले व्यवसायी रतिकांत राउत के खिलाफ दर्ज ईडी के एक केस में उन्हें 'राहत' दिलाने के एवज में कथित तौर पर पांच करोड़ रुपये की मांग की थी।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को सूचना मिली थी कि चिंतन रघुवंशी व्यवसायी रतिकांत राउत से रिश्वत की पहली खेप लेने वाले हैं। इसके बाद सीबीआई ने गुरुवार को रघुवंशी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया। सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक रतिकांत राउत ने सीबीआई से संपर्क किया था और रिश्वत की शिकायत की थी।
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ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया
व्यवसायी रतिकांत राउत ने एजेंसी को बताया था कि उन्हें इसी साल मार्च में भुवनेश्वर में ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। एफआईआर में कहा गया है कि डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया और मामले में राहत पाने के लिए भगती नामक शख्स से मिलने को कहा था।
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2013 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं चिंतन
रतिकांत राउत ने जब इतनी बड़ी रकम जुटाने में अपनी असमर्थता जताई तो भगती ने उनकी बात चिंतन रघुवंशी से कराई, जिन्होंने मांग घटाकर दो करोड़ रुपये कर दी। उन्होंने बताया कि 2013 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी चिंतन रघुवंशी को कथित तौर पर अभियान के दौरान पकड़ा गया और बाद में पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।