चंडीगढ़ में जल्द ही 500 मीटर लंबा और 27 मीटर चौड़ा हाई-लेवल पुल बनने जा रहा है, जो मनीमाजरा को सेक्टर-26 से जोड़ेगा। यह पुल शहर के सबसे व्यस्त रूटों में से एक—मध्यमार्ग—पर यातायात दबाव को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। वर्ष के अंत तक निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। यह प्रस्ताव ‘चंडीगढ़ मास्टर प्लान 2031’ का हिस्सा है।
फिलहाल, मध्यमार्ग पर खासकर सुबह के ऑफिस टाइम में भारी जाम लगता है। पंचकूला, आईटी पार्क, हरियाणा सचिवालय, उच्च न्यायालय और उत्तरी सेक्टरों से आने वाले वाहन यहां एक बॉटलनेक की तरह अटक जाते हैं। ट्रैफिक पुलिस के लिए भी यह समय काफी चुनौतीपूर्ण होता है और अक्सर इस ट्रैफिक को कंट्रोल करने में उनके पसीने छुड़ा देता है। नए पुल के बन जाने से इस मार्ग पर ट्रैफिक डिवाइड हो जाएगा और मध्यमार्ग पर सुबह-शाम का जाम काफी हद तक खत्म होने की उम्मीद है।
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कहां से कहां तक
नया पुल सेक्टर-26 के टी-जंक्शन से शुरू होकर शास्त्री नगर के पास समाप्त होगा। इसकी ऊंचाई आसपास की सड़कों के बराबर होगी ताकि वाहनों के लिए चढ़ना-उतरना आसान रहे। टी-जंक्शन की ऊंचाई लगभग 2 मीटर रखी जाएगी। ट्रांसपोर्ट चौक की दिशा में एक स्लिप रोड और सेक्टर-26 से मनीमाजरा की ओर जाने वालों के लिए “फ्री लेन' भी बनाई जाएगी, जिससे बिना रुकावट आवागमन संभव होगा।
पुराना पुल सुखना चो के ऊपर बना हुआ है। यह पुल काफी नीचे है और बारिश में अक्सर डूब जाता है जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह ट्रैफिक की समस्या का कारण भी बनता है। अब यह नया पुल उस समस्या को दूर कर देगा।
साइकिल ट्रैक भी होगा
पुल निर्माण की योजना 2023 की उस घटना के बाद तेजी से आगे बढ़ी, जब सुखना लेक का फ्लड गेट खोलने से पुरानी पुलिया डूब गई थी और ट्रैफिक लंबे समय तक बाधित रहा था। इसके बाद प्रशासन ने इसकी उपयोगिता के बारे में पता लगाया और हेरिटेज कंजरवेशन सब-कमेटी से सैद्धांतिक मंजूरी मिली। अब यह परियोजना क्रियान्वयन के चरण में पहुंच रही है।
पुल में पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए अलग ट्रैक की व्यवस्था होगी। इसका डिजाइन इस तरह तैयार किया जा रहा है कि बारिश या बाढ़ के दौरान भी यातायात प्रभावित न हो।
क्या-क्या होंगे फायदे?
इस पुल के तैयार होने से आईटी पार्क और पंचकूला से आने-जाने वाले हजारों कर्मचारियों का सफर आसान होगा। रियल एस्टेट और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। सुखना लेक जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंचना भी और सुगम हो जाएगा।
चंडीगढ़ प्रशासन के चीफ इंजीनियर सी.बी. ओझा ने कहा, ‘विस्तृत प्रस्ताव तैयार है, और तकनीकी औपचारिकताएं पूरी होते ही निर्माण शुरू किया जाएगा। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष के अंत तक काम शुरू हो और समय पर पूरा किया जाए।’
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ट्रैफिक जाम में होगी मदद
निर्माण के दौरान यातायात प्रबंधन एक बड़ी चुनौती होगा, लेकिन वैकल्पिक मार्ग और अस्थायी व्यवस्था पर काम जारी है। शहरवासियों को भरोसा है कि यह पुल बनने के बाद मध्यमार्ग की तस्वीर बदल जाएगी और चंडीगढ़ के ट्रैफिक जाम का एक बड़ा सिरदर्द खत्म होगा।