विरोध प्रदर्शन के लिए लोग अलग-अलग तरीके निकालते हैं ताकि उनकी मांगें प्रशासन या अधिकारियों तक पहुंच सकें और उनकी समस्याएं हल हो सकें। ऐसा ही एक प्रदर्शन बुधवार को राजस्थान के हनुमानगढ़ में देखने को मिला। बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ लोगों ने स्थानीय विधायक गणेशराज बंसल के नेतृत्व में लोगों ने चप्पल रैली निकाली। हनुमानगढ़ के भारत माता चौक पर करीब 1000 लोग इकट्ठा हुए और रंग-बिरंगी चप्पलें लहराते हुए बिजली विभाग के दफ्तर तक एक किलोमीटर का मार्च किया। इस विरोध प्रदर्शन की चर्चा हर जगह हो रही है।
इस अनोखे प्रदर्शन के लिए लोग अपनी चप्पलें लेकर आए थे और जो नहीं लेकर आए थे उनके लिए आयोजकों ने चप्पल का इंतजाम कर दिया। इसके बाद सभी एक साथ हाथ में चप्पल लहराते हुए बिजली विभाग की तरफ निकल गए। लोग बिजली विभाग की तरफ से की जा रही लापरवाही से परेशान थे इसलिए उन्होंने विधायक के नेतृत्व में यह मार्च निकाला।
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क्या बोले विधायक?
इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे विधायक गणेशराज बंसल ने बताया कि यह मार्च बिजली विभाग की कार्यशैली के खिलाफ है। उन्होंने कहा, 'यह विरोध बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ है। अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो अगली बार ये चप्पलें विभाग के सिर पर फेंकी जाएंगी।' इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए धमकी भरे लहजे में कहा, 'एक विधायक ने एक अधिकारी के के करीब 60 फ्रैक्चर किए थे और कहीं हमें भी बिजली विभाग के अधिकारियों के फ्रैक्चर ना करने पड़े।'
विधायक ने चेतावनी दी कि इस बार यह सिर्फ सांकेतिक प्रदर्शन है लेकिन अगर समस्याएं हल नहीं हुई तो इन्हीं चप्पलों से विभाग के अधिकारियों का इलाज किया जाएगा।
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विरोध प्रदर्शन पर क्या बोली बीजेपी?
राजस्थान में बीजेपी की सरकार है। हनुमानगढ़ के स्थानीय बीजेपी नेता अमित सैनी ने इस विरोध प्रदर्शन को गलत बताया। बता दें कि अमित सैनी इसी विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन वह हार गए थे। उन्होंने कहा, 'यह सही तरीका नहीं है। अगर कोई दिक्कत है तो इसे बातचीत से और शांति से हल किया जाना चाहिए। चप्पलें लहराना और फिर विभाग के अधिकारियों को धमकी देना कि चप्पलें तुम्हारे सिर पर मारेंगे, यह स्वीकार्य नहीं है।'
यह घटना ऐसे समय पर हुई जब 8 अगस्त को शहर की 11 केवी लाइन में फॉल्ट के कारण कई इलाकों में सुबह से बिजली गुल रही। इस दौरान पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष देवेंद्र पारीख ने विभाग के अधिकारी मुकेश शर्मा से कथित तौर पर अभद्र भाषा में बात की थी। बिजली विभाग के अधिकारी मुकेश शर्मा ने इस प्रदर्शन के बाद कहा, 'हमने 8 अगस्त को जब बिजली लाइन में दिक्कत आई तो तुरंत इसे ठीक करने की कोशिश की और जल्द ही बिजली लाइन चालू कर दी थी। जिस तरह से हमें निशाना बनाया जा रहा है यह सही नहीं है। इस घटना के बाद मुझे छुट्टी पर भेज दिया गया और यह सब राजनीतिक दबाव के कारण हुआ।'
गणेशराज बंसल कौन हैं?
गणेशराज बंसल एक स्थानीय नेता हैं। वह राजस्थान विधानसभा में हनुमानगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी को हराकर इस सीट पर कब्जा किया। विवादित बयानों से उनका पुराना नाता रहा है। इस साल जनवरी में भी उन्होंने एक विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जाट समाज ने मूल ओबीसी आरक्षण का हक छीन लिया है। यह टिप्पणी सुनते ही जाट समाज में आक्रोश फैल गया था। लोग इसका विरोध करने लगे और विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग उठी थी।