उत्तराखंड सरकार ने खराब मौसम के चलते चारधाम यात्रा पर जो 24 घंटे की रोक लगाई थी, उसे अब हटा लिया गया है। राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाओं की वजह से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए रविवार को इस यात्रा पर रोक लगाई गई थी। हालांकि IMD के अनुसार, आने वाले एक हफ्ते में तेज बारिश हो सकती है।
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने समाचार एजेंसी को जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा अब फिर से शुरू कर दी गई है लेकिन स्थानीय प्रशासन को हिदायत दी गई है कि वे मौसम की स्थिति के अनुसार यात्रा मार्गों पर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करें। जिन जिलों से यात्रा मार्ग गुजरते हैं, वहां के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थानीय स्तर पर निर्णय लें कि कब और कहां यात्रा को रोका जाए।
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चार धाम यात्रा मार्ग में बढ़ी भूस्खलन की घटनाएं
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसी कारण कई जगहों पर यात्रा मार्ग बाधित हुए हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शासन ने राहत और बचाव टीमों को भी तैनात कर दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
चारधाम यात्रा के अंतर्गत केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम आते हैं, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं। प्रशासन ने अपील की है कि सभी श्रद्धालु शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम ठीक होने तक धैर्य बनाए रखें। बिना जरूरी कारण के यात्रा स्थलों की ओर न बढ़ें और यदि मार्ग में कहीं फंसे हों तो नजदीकी सुरक्षात्मक स्थान पर रुककर मौसम साफ होने का इंतजार करें।
देश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि बारिश के दौरान यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर ठहरें। साथ ही, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसे ध्यान में रखते हुए यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।