छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षा बलों पर बड़ा नक्सली हमला हुआ है। नेशनल पार्क इलाके में नक्सलियों ने IED बिछाई थी, जिस पर कदम रखते ही एक जवान शहीद हो गया है, वहीं कम से कम 2 जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब गृह मंत्रालय देश में नक्सल मुक्त अभियान चला रहा है। गृह मंत्रालय ने लक्ष्य रखा है कि मार्च 2026 से पहले देश से नक्सलवाद का नाम मिट जाएगा।
नक्सलियों ने नेशनल पार्क इलाके में IED प्लांट किया था। इलाके में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के दल को माओवादी विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। पुलिस ने मारे गए जवान की पहचान भी सार्वजनिक की है। बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से दिनेश नाग की मौत हो गई। तीन अन्य जवान घायल भी हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है। नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन अभी जारी है। घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है।
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जून में 7 नक्सली मारे गए थे
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई जारी है। जून में बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन चलाया था। जून में ही कुल 7 नक्सली मारे गए थे, जिनमें दो सीपीआई (माओवादी) के नेता भी शामिल थे। 1 से 15 जून के बीच बीजापुर के नेशनल पार्क एरिया में ऑपरेशन के दौरान 7 माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं।
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नक्सलवाद की स्थिति देश में क्या है?
साल 2004 से 2024 के बीच नक्सली हिंसा की 16,463 घटनाएं सामने आई थीं। साल 2014 से नक्सली घटनाओं में कमी आनी शुरू हुई। 2014 से 2024 के बीच नक्सली हिंसा की घटनाएं घटकर 53 प्रतिशत तक सिमट गईं। इस दौरान 7,744 घटनाएं सामने आईं। 2004 से लेकर 2024 के बीच 1851 नक्सली मारे गए थे लेकिन 2014 से 2024 के बीच यह संख्या 509 तक आ गईई। मौत की संख्या में 70 प्रतिश गिरावट आई, पहले 4766 मौतें हुई थीं, 2014 से 2025 के बीच 1495 मौतें दर्ज की गईं। सरकार ने मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त भारत की घोषणा की है।