दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार की विदाई हो गई है। जल्द ही बीजेपी की सरकार बन जाएगी। इसके साथ ही अब आम आदमी पार्टी सरकार की चल रही योजनाओं पर नए सिरे से फैसला लिया जाएगा। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मोहल्ला क्लीनिक और आयुष्मान भारत योजना को लेकर नई सरकार फैसला करेगी।
डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस के डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि प्राइमरी हेल्थकेयर सरकार के फोकस में हैं और नई सरकार को तय करना है कि वो मोहल्ला क्लीनिक को इसी नाम से चलाएगी या इसके मॉडल में कुछ बदलाव करेगी।
क्या हो सकता है नई सरकार का प्लान?
दिल्ली में बीजेपी की सरकार का गठन होने के बाद पिछली सरकार की योजनाओं को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। इनमें मोहल्ला क्लीनिक भी शामिल है। बताया जा रहा है कि नई बीजेपी सरकार मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर 'आरोग्य मंदिर' कर सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा, 'राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पहले से ही शहरों में कई सारे हेल्थ और वेलनेस सेंटर हैं, जिनका विस्तार किया जा सकता है। हालांकि, इस पर आखिरी फैसला नई सरकार ही करेगी।'
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार करीब 300 मोहल्ला क्लीनिक चलाती थी। ऐसे 700 मोहल्ला क्लीनिक और खोलने की योजना थी। इन मोहल्ला क्लीनिक में लगभग 200 टेस्ट और 110 जरूरी दवाएं फ्री में दी जाती थीं।
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आयुष्मान योजना भी होगी लागू?
बीजेपी सरकार आने के बाद दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को भी लागू किया जा सकता है। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में इस योजना को लागू करने का वादा किया था। केंद्र सरकार ने 2018 में इसे शुरू किया था। हालांकि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार ने इस योजना को लागू नहीं किया था। आयुष्मान योजना की तरह ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार ने आरोग्य कोष योजना शुरू की थी। दोनों ही योजनाओं में 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त था। अब बीजेपी सरकार आने पर आयुष्मान योजना लागू हो सकती है। दावा है कि इसके लागू होने से दिल्ली के 51 लाख लोगों को फायदा होगा।
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दिल्ली में क्या रहे हैं नतीजे?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आए थे। बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीती थीं। आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर ही सिमट गई थी। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन जैसे बड़े नेता भी चुनाव हार गए थे।