हाल ही में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा था कि छठ के लिए 1000 घाट बनाए जा रहे हैं। दिल्ली में बहुत सारे घाट बनाए भी गए हैं लेकिन अब अव्यवस्था भी सामने आ रही है। दिल्ली के गीता कॉलोनी के एक घाट पर शाम की अर्घ्य देने पहुंचे लोग सड़क पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया। लोग इस घाट पर पूजा की तैयारी किए बैठे रहे लेकिन पानी ही नहीं आया। इस पर श्रद्धालुओं ने नाराजगी जताई। उनका कहना था कि अगर पानी ही नहीं देना था तो घाट ही क्यों बनाए? कहा जा रहा है कि घाट पर पानी न होने के कारण लोगों की पूजा भी अधूरी ही रह गई।
मामला पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी इलाके का है। यहां बनाए गए छठ घाट पर सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे। उन्हें उम्मीद थी कि जब तक वे तैयारी करेंगे तब तक पानी भी आ जाएगा। दिल्ली की सीएम आतिशी ने छठ घाटों का ऐलान करते हुए कहा था कि दिल्ली जल बोर्ड इन घाटों पर पानी का इंतजाम करेगा। हालांकि, लोग इंतजार करते रहे और पानी आया ही नहीं। शाम हो गई और लोगों का सब्र खत्म होने लगा तो वे सड़क पर उतर आए।
इंतजार करते रहे लोग
घाट पर पूजा करने पहुंची एक महिला ने कहा, 'जब पानी नहीं देना था तो इतनी व्यवस्था क्यों की, नहीं करते। जरूरी थोड़ी था, हम लोग अपने छत पर ही त्योहार मना लेते। पानी तो देना ही पड़ेगा, वरना हम लोग सड़क पर जाएंगे और शोर मचाएंगे। ऐसे थोड़ी होगा, जब व्यवस्था नहीं कर सकते थे तो न करते।' स्थानीय लोग सड़क पर बड़ी संख्या में जमा हुए और नारेबाजी भी की। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सरकार की ओर से बनवाए गए आर्टिफिशियल छठ घाट के चारों ओर लोग पूजा सामग्री लेकर बैठे हैं और बीच में पानी की जगह खाली है।
एक और शख्स ने कहा, 'यहां पर पानी ही नहीं है कि हम छठ पूजा कर सकें। सूर्य अस्त होता जा रहा है और अर्घ्य देने का समय भी निकलता जा रहा है। इन लोगों को हमें पहले बताना चाहिए था, हम अपने घर की छत पर टब में पानी भरकर पूजा कर लेते। हमारा अपमान किया जा रहा है। विधायक ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया है। कोई नेता नहीं है, कोई व्यवस्था नहीं है। '