कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार गुरुवार को भावुक हो गए जब उन्होंने RCB की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ का जिक्र किया, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुआ, जिसमें 40 से अधिक लोग घायल भी हुए। वहीं, इस घटना को लेकर विपक्ष ने कर्नाटक सरकार पर निशाना साधा है। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि यह हादसा सरकार की नाकामी और नेताओं की राजनीतिक लालच का नतीजा है। बीजेपी की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि यह सिर्फ एक भगदड़ नहीं थी, बल्कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की आपसी खींचतान का अंजाम है। सरकार की आपसी लड़ाई ने ही इस त्रासदी को जन्म दिया है।
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'कितनी लाशों पर राजनीति की है'
भगदड़ के बाद पहली बार शिवकुमार ने घटना पर अपनी चु्प्पी तोड़ी और कहा, 'में इस घटना से प्रशासनिक तौर पर सीख लेनी चाहिए। विपक्ष अगर इस पर राजनीति करना चाहता है, तो करता रहे। मैं बाद में बताऊंगा कि उन्होंने कितनी लाशों पर राजनीति की है। लेकिन जब मैंने छोटे-छोटे बच्चों को देखा, तो दिल टूट गया। उनका दर्द देखकर बहुत दुख हुआ।'
शिवकुमार मे मांगी माफी
उपमुख्यमंत्री ने इस हादसे पर माफी मांगी और कहा कि उन्हें इतनी बड़ी भीड़ के आने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने बताया कि स्टेडियम में करीब 35,000 लोगों के बैठने की जगह थी लेकिन वहां तीन लाख से ज़्यादा लोग पहुंच गए थे। कर्नाटक सरकार ने इस भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवारों को 10 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह एक बहुत बड़ा हादसा था, जो चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुआ। उन्होंने भरोसा दिलाया कि घायलों का इलाज सरकार की तरफ से पूरी तरह मुफ्त कराया जाएगा।
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मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
बता दें कि इस हादसे को लेकर उपमुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा, '15 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी गई है।' उन्होंने कहा कि ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी और ये बहुत ही दुखद है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार घायलों को इलाज से लेकर आने-जाने तक की पूरी मदद देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में राजनीति करना ठीक नहीं है।