अमृतसर के एक गांव में एक व्यक्ति ने गुस्से में आकर अपनी 22 साल की बेटी और उसके 24 साल के प्रेमी की तेज हथियार से हत्या कर दी। दोनों कुछ समय पहले घर से भाग गए थे। वारदात के बाद आरोपी खुद राम तीरथ पुलिस चौकी पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस चौकी इंचार्ज रछपाल सिंह ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और उस पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस वारदात में कोई और शामिल था या नहीं। अगर किसी और की भी संलिप्तता पाई गई, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बताया गया है कि लड़की दलित समुदाय से थी और लड़का उंची जाति से था और दोनों अलग-अलग गांवों के रहने वाले थे।
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शादी करा देने का दिया भरोसा
लोपोके थाने के एसएचओ इंद्रजीतसिंह ने बताया कि लड़का उसी इलाके में काम करता था जहां लड़की रहती है, इसलिए दोनों की जान‑पहचान हो गई। 1 जून को वे चुपचाप घर से निकल गए। घर न लौटने पर दोनों परिवार उन्हें ढूंढ़ने लगे। सोमवार को दोनों अमृतसर की जिला अदालत में दिखे जहां वे शादी के कागज लगाने आए थे। वहां लड़की के एक रिश्तेदार ने उन्हें देख लिया और फोन करके घरवालों को बुला लिया। लड़की के घरवाले जल्द ही अदालत पहुंच गए। उन्होंने दोनों को भरोसा दिलाया, 'हम तुम्हारी शादी करवा देंगे।' इस भरोसे पर लड़का‑लड़की घर लौटने के लिए तैयार हो गए।
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घर पहुंचते ही दोनों को मौत के घाट उतारा
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, जब लड़की अपने पुरुष दोस्त के साथ घर पहुंची तो उसके परिवार वालों ने दोनों को पकड़ लिया। उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया और बुरी तरह पीटा गया। जब दोनों बुरी तरह घायल हो गए और खून से लथपथ हो गए, तो उन्हें बिजली के झटके भी दिए गए। जब इससे भी वे दोनों बच गए, तो लड़की के पिता ने गुस्से में आकर दोनों का गला काट दिया। पुलिस के मुताबिक, इसके बाद आरोपी लड़की का पिता खून से सने हाथों के साथ पूरे गांव में घूमता रहा और फिर सीधे राम तीरथ पुलिस चौकी जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।