संजय सिंह, पटना। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) में नौकरी के नाम पर ठगों के कई गिरोह राज्य में सक्रिय हो चुके हैं। पटना मेट्रो में नौकरी के नाम पर ठगों का यह गिरोह लोगों से न केवल ऑनलाइन बल्कि ऑफलाइन तरीके से भी ठगी के नए-नए तरीके अपना रहा है। यह जानकारी किसी और ने नहीं बल्कि खुद पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने दी है।
पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि पीएमआरसीएल के नाम पर कुछ फर्जी विज्ञापन विभिन्न माध्यमों जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ई-मेल, एसएमएस, व्हाट्सएप लिंक और अवैध वेबसाइट्स के माध्यम से प्रसारित किए जा रहे हैं। इन फर्जी विज्ञापनों में पटना मेट्रो में युवकों व युवतियों को नौकरी देने का दावा किया जा रहा है। साथ ही, आवेदकों से धनराशि या उनके बैंक खाते का विवरण भी मांगा जा रहा है।
यह भी पढ़ें: 'कल तक सड़कें खाली और साफ कर दें', हाई कोर्ट ने जरांगे को दिया झटका
मेट्रो ने अभ्यर्थियों को स्पष्ट संदेश दिया
मेट्रो ने ऐसे सभी अभ्यर्थियों और आम लोगों को स्पष्ट कर दिया है कि वर्तमान में पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किसी भी प्रकार की नियुक्ति के लिए कोई भी विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने यह भी साफ किया कि नियुक्ति प्रक्रिया में कभी भी किसी प्रकार का शुल्क, बैंक खाते का विवरण, क्रेडिट या डेबिट कार्ड समेत किसी भी अन्य वित्तीय जानकारी नहीं मांगी जाती है। किसी भी निजी संस्था, वेबसाइट या व्यक्ति को नियुक्ति के लिए आवेदन स्वीकार करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है।
यह भी पढ़ें: हाइड्रोजन बम आ रहा है, PM मोदी अपना मुंह नहीं दिखा पाएंगे- राहुल गांधी
कहां मिलेगी नियुक्ति सम्बन्धी सूचनाएं
इसमें नियुक्ति सम्बन्धी सभी सूचनाएं केवल बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट तथा प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाती हैं। पटना मेट्रो ने सभी संभावित अभ्यर्थियों से यह भी अनुरोध किया है कि वे ऐसे किसी भी फर्जी विज्ञापन, कॉल या संदेश पर ध्यान न दें।