पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने एक्स पर अपना एक वीडियो साझा किया है। एक मिनट और 52 सेकंड के वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, 'पवनसुत हनुमान जी…पहले अंतरिक्ष यात्री'। उनका यह वीडियो हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले का है। यहां वे स्कूली बच्चों को संबोधित कर रहे थे। वीडियो में अनुराग ठाकुर ने बच्चों से पूछा कि पहला अंतरिक्ष यात्री कौन था? बाद में अपने एक्स अकाउंट पर वीडियो साझा करके उन्होंने इसी सवाल का जवाब दिया है। अपने संबोधन में अनुराग ठाकुर ने बच्चों से देश की परंपरा और संस्कृति से जुड़ने का आह्वान किया। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के मौके पर अनुराग ठाकुर ऊना के पेखूबेला में स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय पहु्ंचे थे।
वीडियो में अनुराग ठाकुर ने छात्रों से पूछा- पहला अंतरिक्ष यात्री कौन था? हालांकि एक साथ बोलने की वजह से बच्चों का उत्तर स्पष्ट तौर पर सुनाई नहीं देता है। आगे मुस्कुराते हुए अनुराग ठाकुर कहते हैं कि हम अपने आपको अभी तक ही देख रहे हैं। जब तक हमें अपनी हजारों वर्ष पुरानी परंपरा, ज्ञान और संस्कृति की जानकारी नहीं होगी तो हमें जो अंग्रेजों ने दिखाया है, हम वहीं तक सीमित होकर रह जाएंगे।
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अनुराग ठाकुर ने प्रधानाचार्य और अध्यापकों से पाठ्यपुस्तकों से बाहर निकलकर देश की परंपराओं और ज्ञान पर गौर करने का अनुरोध भी किया और कहा कि अगर आप इन नजरिये से देखेंगे तो आपको देखने के लिए बहुत सी चीजें मिलेंगी। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर अनुराग ठाकुर ने एक्स पर एक पोस्ट किया।
उन्होंने लिखा, 'पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। इसी दिन साल 2023 को हमारे देश भारत को चंद्रयान मिशन 3 को सफलता मिली थी और आज के ही दिन भारत चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के समीप उतरने वाला पहला देश बनकर अंतरिक्ष अग्रणी राष्ट्रों के ग्रुप में शामिल हुआ था। यह हमारे महान और मेहनती वैज्ञानिकों के अथक मेहनत का परिणाम है।'
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अगले साल शुरू होगा ऊना में पीजीआई सेटेलाइट सेंटर
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीजीआई सेटेलाइट केंद्र 500 करोड़ रुपये की लागत से 2026 तक ऊना में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद लोगों को चंडीगढ़ या दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा। आने वाले समय में यह तय किया जाएगा कि अगर आप हमीरपुर के मेडिकल कॉलेज या बिलासपुर के एम्स पहुंचे तो वहीं पर ही सब इलाज मिले। उसके आगे आपको रेफर न किया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि बिलासपुर में 30 करोड़ रुपये की लागत से तीमारदारों के लिए विश्राम गृह बनाया जा रहा है।