हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) की ओर से होने वाली परीक्षाओं में धांधली के आरोप लगते रहे हैं। अब द क्विंट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए जो परीक्षा हुई थी, उसमें कम से कम 26 सवाल AI से कॉपी किए गए थे।
दरअसल, HPSC ने पिछले साल असिस्टेंट प्रोफेसर के 2,424 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा की थी। ह परीक्षा 1.5 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने दी थी। हालांकि, धांधली के आरोपों ने इस परीक्षा को विवादास्पद बना दिया है।
दावा है कि 29 मई को पॉलिटिकल साइंस का एग्जाम था और ऐसी खबरें आईं कि परीक्षा शुरू होने से पहले क्वेश्चन पेपर की सील तोड़ दी गई थी। इसके बाद 1 जून को जब हिंदी का पेपर हुआ तो उस दिन भी कथित तौर पर क्वेश्चन पेपर के 6 पैकेट बिना सील के मिले थे। शुरुआत में HPSC ने इसे पैकेजिंग एरर बताया था। हालांकि, बाद में उम्मीदवारों के विरोध के चलते इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया।
यह भी पढ़ें-- भारत-UK ने साइन किया FTA, घटेंगे व्हिस्की, कार और सॉफ्ट ड्रिंक के दाम
क्या-क्या गड़बड़ियों के लगे आरोप?
द क्विंट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 8 जून को जियोग्राफी का पेपर हुआ था। इसमें कथित तौर पर 26 सवाल तो बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) के पेपर से वैसे के वैसे उठाए गए थे। इसके अलावा, इसी पेपर में 6 सवाल भी कॉपी किए गए थे।
दावा किया गया है कि HPSC ने जो रिवाइज्ड आंसर की जारी की थी, उससे 10 सवाल हटा दिए थे। उदाहरण के लिए 17वें और 20वें नंबर के प्रश्न को हटा दिया गया था। एक और चौंकाने वाली बात यह थी कि 5 प्रश्न, जिनके एक से ज्यादा सही उत्तर थे, उनमें न तो ग्रेस मार्क्स दिए गए और न ही वैकल्पिक उत्तरों को सही माना गया।
यह भी पढ़ें-- थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विवाद की असली वजह क्या है? पूरी कहानी
क्या AI का किया गया इस्तेमाल?
क्विंट की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि सवाल तैयार करते समय AI का इस्तेमाल किया गया है। चैट जीपीटी से सवाल कॉपी किए गए हैं।
छात्रों का आरोप है कि 93वें प्रश्न में दो ** लगे हुए थे लेकिन नीचे कोई फुटनोट नहीं था। आमतौर पर ऐसा चैट जीपीटी के आउटपुट में ही होता है।
HPSC का क्या है कहना?
आंसर की के मुद्दे पर HPSC ने 7 जुलाई को एक बयान जारी किया। इसमें बताया कि 'आंसर की को लेकर बड़ी संख्या में आपत्तियां आई थीं। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी के पास इन आपत्तियों को भेज दिया गया है और HPSC ने आंसर की को लेकर वेबसाइट में कोई बदलाव नहीं किया है।'