उत्तर प्रदेश में आई लव मोहम्मद कैंपेन के बाद भड़की हिंसा के बाद अब बरेली मंडल के 4 जिले हाई अलर्ट पर हैं। बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में दशहरा के मौके पर गुरुवार को सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात हैं, ड्रोन से शहर पर नजर रखी जा रही है। बरेली में इंटरनेट पर भी पाबंदी लगाई गई है, जिससे हिंसा न फैलने पाए।
बरेली में हालात अब नियंत्रण में हैं लेकिन स्थितियां तनावपूर्ण हैं। पुलिस और प्रशासन सख्ती से जिले में नजर रख रहे हैं। पुलिस लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील कर रही है। प्रशासन को शक है कि अगर अफवाह फैली तो हिसा और भड़क सकती है, इसलिए इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है।
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बरेली में इंटरनेट बैन
बरेली में इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है। 2 अक्तूबर दोपहर 3 बजे से 4 अक्तूबर दोपहर 3 बजे तक मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबेंड और एसएमएस सेवाएं बंद कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया या मैसेजिंग सेवाओं का दुरुपयोग कर अफवाहें फैलाई जा सकती हैं, जिससे सांप्रदायिक तनाव भड़क सकता है। प्रशासन ने इसी वजह से रोक लगाई है। यह आदेश इंडियन टेलीग्राफ ऐक्ट, 1885 और टेलीकॉम सर्विस टेंपररी सस्पेंशन ऐक्ट, 2017 के तहत जारी किया गया है।
जिला प्रशासन की अपील क्या है?
बरेली के डीएम अवनीश सिंह ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। मंडल आयुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने चारों जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है। पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स सड़कों पर गश्त कर रही है। रामलीला मैदानों, दुर्गा पूजा मेलों और रावण दहन जैसे आयोजनों पर गुरुवार को कड़ी नजर रखी गई।
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खुफिया एजेंसिया अलर्ट पर
अधिकारियों को सख्ती से ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं। संवेदनशील इलाकों में सशस्त्र पुलिस तैनात की गई है। बरेली में अब तक 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 26 सितंबर को मस्जिद के बाहर पथराव हुआ था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। अब बरेली मंडल में पुलिस हाई अलर्ट पर है।