हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बादल फटने की वजह से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे 2 लोगों की जान चली गई और दर्जनभर से अधिक लोग लापता हो गए। कांगड़ा जिले में 2 लोगों के शव मिले हैं और करीब 10 लोग अब भी लापता हैं। वहीं कुल्लू जिले में तीन लोग बह गए और तीन घर भी बाढ़ में तबाह हो गए। कुल्लू जिले में कई जगहों पर बादल फटने की घटनाओं पर डिप्टी कमिश्नर तोरुल एस. रवीश ने बताया कि कुल्लू और पूरे हिमाचल में अब मॉनसून शुरू हो चुका है। कल कुछ इलाकों में पानी का स्तर बढ़ने से नुकसान भी हुआ है। 27 और 28 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि नदियों या निचले इलाकों के पास न जाएं। खासतौर पर पर्यटकों से कहा गया है कि वे सुरक्षित जगहों पर रहें और नदियों के किनारे जाने से बचें।
जम्मू-कश्मीर के क्या हालात?
अधिकारियों के मुताबिक, कुल्लू जिले के बंजार, गड़सा, मणिकरण और सैंज इलाकों में चार जगहों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिससे भारी नुकसान हुआ है। बात करें जम्मू-कश्मीर की तो यहां के कई जिलों में बादल फटने और जोरदार बारिश की वजह से आई अचानक बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें 2 बच्चे भी शामिल हैं। राजौरी में 14 साल का शकाफत अली और उसकी 11 साल की चचेरी बहन सफीना कौसर मवेशी चरा रहे थे, तभी नदी में अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और दोनों बह गए।
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जम्मू के कुछ हिस्सों में भारी बारिश
समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, पुंछ के काजी मोरा, डोडा, उधमपुर और रामबन जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में भी बादल फटने और बाढ़ की खबरें आई हैं लेकिन वहां किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
एहतियात के तौर पर प्रशासन ने राजौरी, डोडा और दूसरे जिलों में नदियों, नालों और झरनों के पास तैराकी, नहाने, मछली पकड़ने और घूमने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यहां तक कि स्कूली पिकनिक पर भी पाबंदी लगा दी गई है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होती रहेगी और शुक्रवार तक जम्मू के कुछ हिस्सों में भारी बारिश भी हो सकती है।