हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से भारी बारिश का कहर जारी है। अब सोमवार रात से मंडी जिले में जोरदार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार रात 11 बजे से ही कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं। खास तौर पर मंडी का जोनल अस्पताल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां नालों से पानी बहने और सड़कों पर पानी जमा होने से मुख्य रास्ता बंद हो गया।
बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से मंडी शहर और आसपास के इलाकों में कई सड़कें बंद हो गई हैं। सड़कों पर मलबा जमा हो गया, जिससे यातायात बाधित हुआ।
200 सड़कें ब्लॉक, गाड़ियों की लंबी लाइन लगी
महीनेभर से ज्यादा हो गया है जब हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित मंडी जिला है।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मंडी और उसके आसपास लैंडस्लाइड की कई घटनाएं हुई हैं, जिससे यातायात बाधित हुआ है। लैंडस्लाइड के कारण मलबा इकट्ठा हो गया है, जिससे सड़कें ब्लॉक हो गईं हैं।
बताया जा रहा है कि मंडी और कुल्लू के बीच कई रास्तों पर चंडीगढ़-मनाली हाईवे ब्लॉक हो गया है। कई गाड़ियां फंसी हुई हैं और रास्ते में कई जगहों पर गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गई हैं।
हिमाचल की डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (SDMA) ने बताया था कि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते लगभग 200 सड़कें ब्लॉक हो गई हैं। बिजली और पानी की सप्लाई पर भी असर पड़ा है। 28 जुलाई की शाम तक पानी की 110 सप्लाई और बिजली के 62 ट्रांसफॉर्मर बंद पड़ गए हैं।
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164 मौतें, डेढ़ लाख करोड़ का नुकसान
हिमाचल में 20 जून से ही भारी बारिश हो रही है। 20 जून से लेकर 28 जुलाई तक भारी बारिश के चलते 164 मौतें हो चुकी हैं। इनमें से 90 मौतें लैंडस्लाइड, फ्लैश फ्लड, बादल फटने, डूबने और करंट लगने से हुई है। वहीं, 74 लोगों की मौत सड़क हादसों में हइ है। सबसे ज्यादा 32 मौतें मंडी में हुई है। कांगड़ा में 24 और चंबा में 17 लोग मारे गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 1.52 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति तबाह हो गई है।
फ्लैश फ्लड की 42 घटनाएं हुईं
भारी बारिश के कारण अब तक हिमाचल में फ्लैश फ्लड की 42 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं, बादल फटने की 25 और लैंडस्लाइड की 32 घटनाएं हुईं हैं। बारिश और बाढ़ के कारण 251 से ज्यादा घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं जबकि 1,165 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में चेतावनी जारी कर दी है लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश राहत और बचाव में बाधा डाल रही है।