हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास व्यस्त बाजार क्षेत्र में रविवार की सुबह एक इमारत में भीषण आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि इसमें जलकर 17 लोगों की जान चली गई है। माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट के चलते लगी है। कुल 11 दमकल की गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
आग लगने के कुछ देर बाद ही स्थानीय निवासी सबसे पहले बचाव दल के रूप में पहुंचे और आग में अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। लोगों को बचाने वाले लोगों में से एक चूड़ी का व्यवसाय करने वाले ज़हीर भी थे। ज़हीर ने घटना की भयावहता बताते हुए कहा कि एक महिला ने अपने बच्चों को आग की लपटों से बचाने के लिए आखिरी कोशिश में उन्हें गले लगा लिया, मां और बच्चो की इसी अवस्था में जलने से मौत हो गई।
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मां और बच्चे एक साथ मर गए
ज़हीर ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, 'आग लगने के कुछ ही देर बाद हम अंदर घुसने में कामयाब हो गए। लपटें बहुत बड़ी थीं। कमरे के अंदर एक महिला ने बच्चों को गले लगाया हुआ था। वह मर चुकी थी।'
सुबह के समय सो रहे थे लोग
दरअसल, इस व्यस्त इलाके में आग सबुह 6 बजे के आसपास लगी। इस समय लोग सो रहे थे इसलिए लोगों को अचानक लगी इस आग की जानकारी नहीं हुई। जानकारी के मुताबिक चारमीनार इलाके में व्यस्त बाजार है। यहां ज्यादातर दुकानें 100 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं, जिसके ऊपर कमरे बने हुए हैं।
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कमरों के अंदर जाना बहुत मुश्किल था- चश्मदीद
ज़हीर ने कहा कि कमरों के अंदर जाना बहुत मुश्किल था। 'हमने 13 लोगों को बाहर निकाला। धुएं की वजह से हम कुछ भी नहीं देख पा रहे थे। हमने अंदर जाने के लिए एक दीवार गिरा दी। अंदर फंसे ज्यादातर लोग जलकर मर गए और बाकी लोगों के धुएं के कारण दम घुटने लगे थे।
तेलंगाना फायर सर्विस ने अपने एक बयान में बताया कि हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई है, जिनकी पहचान कर ली गई है। मरने वालों में आठ बच्चे, चार वरिष्ठ नागरिक और पांच महिलाएं शामिल हैं।