आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSRCP अध्यक्ष वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य के सभी DIG अपनी-अपनी ज़ोन में माफिया डॉन बन गए हैं और वे मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे, राज्य मंत्री नारा लोकेश के लिए पैसे इकट्ठा करने वाले एजेंट की तरह काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि DIG अपने नीचे के CI और DSP को नियंत्रित कर रहे हैं, और सभी मिलकर उनके ज़ोन में हो रहे घोटालों के लिए पैसे इकट्ठा कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि शराब, रेत, क्लब, उद्योगों और खदानों से इकट्ठा होने वाले पैसे का 50% हिस्सा पुलिस अधिकारी और स्थानीय MLA बांट लेते हैं। बाकी 50% हिस्सा मुख्यमंत्री और उनके बेटे को जाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की मदद से हर गांव में अवैध शराब की दुकानें चल रही हैं और शराब को MRP से ज़्यादा कीमत पर बेचा जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः 22 करोड़ के पौधे, 25 लाख का बाथटब; जगन रेड्डी के 'शीशमहल' का Video
‘फ्री रेत लूट का धंधा’
जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि उनकी YSRCP सरकार में रेत से 750 करोड़ रुपये की कमाई होती थी, लेकिन अब TDP की गठबंधन सरकार में मुफ्त रेत के नाम पर रेत की लूट हो रही है। लोगों को अब पहले से दोगुनी कीमत चुकानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि हर ज़ोन में अवैध क्लब हैं, जो पैसे दे रहे हैं। हर उद्योग और खदान को भी अपने इलाके में पैसे देने पड़ रहे हैं।
उन्होंने चंद्रबाबू नायडू की सरकार पर आरोप लगाया कि वह एकमात्र विपक्षी पार्टी YSRCP के नेताओं पर झूठे मामले दर्ज कर और उन पर हमले करवाकर उसकी आवाज़ को दबाने की कोशिश हो रही है। लेकिन जगन ने साफ किया कि YSRCP झूठे मामलों से डरने वाली नहीं है और वह लोगों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि YSRCP फिर से सत्ता में आएगी और चंद्रबाबू नायडू को उनके किए की सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक गलत परंपरा शुरू की है, जिसे रोकना होगा।
‘पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा’
जगन ने कहा कि YSRCP, एकमात्र विपक्षी पार्टी होने के नाते, सरकार के गलत कामों और वादों को पूरा न करने के बारे में सवाल उठाने और खराब शासन से पीड़ित लोगों तक पहुंचने का हक रखती है। उन्होंने दावा किया कि चंद्रबाबू नायडू ने झूठे वादे करके लोगों का भरोसा तोड़ा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नायडू उन पुलिस अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं जो उनके आदेशों का पालन नहीं कर रहे।
यह भी पढ़ेंः आंध्र में TDP सरकार क्यों YSRCP समर्थकों की कर रही गिरफ्तारियां
जगन ने उन पुलिस अधिकारियों की जानकारी दी जिन्हें सरकार ने कोई पद नहीं दिया और जिन्हें मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि हालात इतने खराब हैं कि अच्छे और ईमानदार पुलिस अधिकारी राज्य छोड़ रहे हैं। उन्होंने युवा IPS अधिकारी सिद्धार्थ कौशल का उदाहरण दिया, जिन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेनी पड़ी।