झारखंड में जबरन धर्मांतरण को लेकर बवाल मच गया है। सराय केला में एक इंटरमीडिएट की छात्रा का अपहरण किया गया, फिर कथित तौर पर उसका जबरन निकाह करा दिया गया। 32 साल के एक शख्स पर जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप है। भीड़ ने आरोपी शख्स का घर जला दिया, उस पर पत्थर बरसाए। पुलिस आई तो पुलिस के ऊपर भी पथराव हुआ।
धर्मांतरण करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपी की पहले ही शादी हो चुकी है, वह 3 बच्चों का पिता है। जिस लड़की का धर्मांतरण कराया गया है, वह सिर्फ 19 साल की है। उसकी उम्र को लेकर भी संदेह है। झारखंड बीजेपी का आरोप है कि हेमंत सोरेन सरकार में जबरन धर्मांतरण हो रहा है।
जिस शख्स से लड़की का जबरन निकाह कराया गया है, उसका नाम तस्लीम है। झारखंड भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता राफिया नाज ने धर्मांतरण की इस घटना पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा है कि यह मासूम बच्चियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
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क्या है धर्मांतरण का केस?
झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के झिमरी गांव में हिंसा भड़की है। तस्लीम नाम के एक शख्स ने एक लड़की का अपहरण किया, जबरन धर्म परिवर्तन कराया और निकाह कर लिया। जब लोगों को यह बात पता चली तो भड़क गए। लोगों ने आरोपी के घर में आग लगा दी।
जब पुलिस आग बुझाने दमकलकर्मियों के साथ पहुंची तो उस पर लोगों ने पथराव किया। पुलिस ने आरोपी को तो गिरफ्तार कर लिया, साथ ही साथ 7 अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। शनिवार को हुए इस मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है।
लड़की कौन है?
लड़की महतो-कुड़मी समाज से है। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक आरोपी ने कुड़मी समुदाय की लड़की का अपहरण किया, उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया। पुलिस ने लड़की को ढूंढ लिया है। लड़की नाबालिग नहीं है। लड़की कोर्ट में दो दिन बाद बयान देगी।
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पुलिस ने क्या कहा है?
पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने बताया कि यह मामला जांच के दायरे में है। लड़की के बयान के बाद ही साफ तौर पर कुछ कहा जा सकता है। शिकायत मिलने के बाद कुछ ग्रामीणों ने आरोपी के परिवार को परेशान किया, उसके घर पर पथराव किया और आग लगा दी। पुलिस ने परिवार को सुरक्षित निकाल लिया लेकिन उसके घर में आग लगा दी।
पुलिस पर भी हुआ पथराव, सियासत तेज
भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया है। दो पुलिसकर्मी घायल हैं, एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। विपक्ष के नेता बाबू लाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर इसे धर्मांतरण का मामला बताते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एक कथित मैरिज सर्टिफिकेट भी साझा किया, जिसमें दावा है कि दोनों ने पिछले महीने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में शादी की थी। प्रमाणपत्र में लड़की को बालिग बताया गया है, लेकिन बाबूलाल मरांडी ने इसकी सत्यता पर सवाल उठाए हैं। पुलिस का कहना है कि विवाह प्रमाणपत्र की जांच की जा रही है और मामले की हर पहलू से जांच हो रही है।