उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में निक्की भाटी दहेज हत्याकांड को लेकर उपजे आक्रोश के बीच, राजस्थान के जोधपुर से दहेज उत्पीड़न की वजह से हत्या का एक और मामला सामने आया है। जोधपुर में शुक्रवार को एक स्कूल लेक्चरर ने ससुराल वालों की यातना देने की वजह से खुद को और अपनी तीन साल की बेटी को आग लगा ली। इस दर्दनाक घटना में बच्ची ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि महिला की शनिवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि महिला का नाम संजू बिश्नोई था, जो स्कूल में लेक्चरर थी। घटना के बाद पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में मृतक महिला ने बताया है कि उसको उसके पति दिलीप और ससुराल वाले दहेज की मांग को लेकर परेशान कर रहे थे।
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सुसाइड नोट में आरोप
अपने सुसाइड नोट में संजू बिश्नोई ने अपने पति दिलीप, सास-ससुर और ननद पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने गणपत सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस तीसरे शख्स का पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है।
पेट्रोल डालकर बेटी के साथ खुद को आग लगाई
यह घटना जोधपुर के डांगियावास थाना क्षेत्र के काकेलाव स्थित सरनाडा की ढाणी गांव की है। महिला की उम्र 32 साल थी। वह नौकरी करके घर लौटी। घर लौटकर वह सीधे अपने कमरे में गई और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। कमरे में वह कुर्सी पर अपनी बेटी के साथ बैठी और पेट्रोल डालकर आग लगा ली। जिस समय यह घटना हुई उस समय घर पर पति दिलीप और उसके ससुराल वाले नहीं थे।
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पड़ोसियों ने जलने की सूचना दी
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि तीन साल की बच्ची जमीन पर गिर गई और गंभीर रूप से जलने की वजह से तुरंत मर गई। पड़ोसियों ने घर से धुआं उठते देखकर महिला के परिवार और पुलिस को सूचना दी। जबतक परिजन घर पहुंचे तबतक संजू बिश्नोई और उसकी मासूम बच्ची जल चुके थे। बच्ची मर चुकी थी लेकिन संजू को तत्काल महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में संजू की इलाज के दौरान मौत हो गई।
दहेज उत्पीड़न का आरोप
डांगियावास थाने के पुलिस SHO राजेंद्र सिंह ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि महिला के पिता ओमाराम बिश्नोई ने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कराया है।