रविवार को पूरे देश में नीट परीक्षा का आयोजन किया गया। मगर, कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में नीट परीक्षा के दौरान एक केंद्र पर कुछ छात्रों से परीक्षा देने से पहले चेकिंग के दौरान जनेऊ उतारने के लिए कहा गया, जिसको लेकर विवाद हो गया है। यह खबर बाहर जाते ही परीक्षा केंद्र के सामने ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने जनेऊ उतारने के लिए कहने वालों की जवाबदेही तय करने की मांग की।
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, श्रीपद पाटिल नाम के एक नीट उम्मीदवार को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने की अनुमति देने से पहले सेंट मैरी स्कूल में जनेऊ को उतारने के लिए कहा गया। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों से धार्मिक भावनाओं का अनादर करने और सरकार पर अपने निर्देशों को लागू करने में विफल रहने तथा समुदाय को बार-बार अपमानित करने का आरोप लगाया।
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अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज
घटना के बाद, कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने घटना में शामिल अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नए निर्देश जारी किए। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि रविवार को कई ब्राह्मण उम्मीदवारों को फिर से केंद्र में प्रवेश करने से पहले या तो जनेऊ उतारने के लिए कहा गया या उसे काट दिया गया।
बता दें कि यह ताजा विवाद 16 अप्रैल को कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) के दौरान भी इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें उम्मीदवारों के जनेऊ उतरवा लिए गए थे।
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नीट यूजी 2025
स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए नीट 2025 की परीक्षा रविवार को पूरे देश में आयोजित करवाई गई। एनटीए ने देश में हजारों परीक्षा केंद्र स्थापित किए थे, जिसमें मेडिकल की पढ़ाई के लिए लाखों छात्रों ने एग्जाम दिया। हर साल आयोजित की जाने वाली यह परीक्षा भारत में एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य स्नातक मेडिकल पढ़ाई में एडमिशन के लिए लाखों छात्र भाग लेते हैं।