ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के काग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र को सिक्किम की राजधानी गंगटोक से गिरफ्तार कर लिया है। कथित रूप से वह अपने साथियों के साथ गंगटोक चले गए थे जहां उन्होंने कसीनो के लिए एक जमीन लीज़ पर ले रखी थी।। यह गिरफ्तारी मनी लॉन्डरिंग मामले में की गई। शुक्रवार को ईडी ने वीरेंद्र के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी ने शुक्रवार को कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान में 30 जगहों पर छापेमारी की। इनमें चित्रदुर्ग में 6, बेंगलुरु में 10, जोधपुर में 3, हुबली में 1, मुंबई में 2 और गोवा में 8 ठिकाने शामिल थे। गोवा में पांच कैसीनो - पप्पीज़ कैसीनो गोल्ड, ओशन रिवर्स कैसीनो, पप्पीज़ कैसीनो प्राइड, ओशन 7 कैसीनो और बिग डैडी कैसीनो - की भी जांच की गई। यह कार्रवाई अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी के मामले में की गई।
ईडी के मुताबिक, केसी वीरेंद्र कई ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट्स चला रहे थे, जिनके नाम किंग 567, राजा 567, पप्पीज़ 003 और रत्ना गेमिंग हैं। उनके भाई केसी थिप्पेस्वामी दुबई से तीन कंपनियां - डायमंड सॉफ्टटेक, टीआरएस टेक्नोलॉजीज और प्राइम 9 टेक्नोलॉजीज - चला रहे हैं, जो वीरेंद्र के सट्टेबाजी और कॉल सेंटर कारोबार से जुड़ी हैं। छापेमारी के बाद 12 करोड़ रुपये कैश, कुछ फॉरेन करेंसी, 10 किलोग्राम चांदी, 6 करोड़ का सोना और तमाम गाड़ियां बरामद हुईं। सेंट्रल एजेंसी ने उनके 17 बैंक अकाउंट्स और दो बैंक लॉकर को भी फ्रीज कर दिया है। केसी वीरेंद्र के भाई केसी नागराज के ठिकानों से भी कई प्रॉपर्टी के पेपर जब्त किए गए हैं।
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कांग्रेस नेता के भाई के बंगले की भी तलाशी
छापेमारी के दौरान बेंगलुरु के राजराजेश्वरीनगर में कांग्रेस नेता कुसुमा एच के भाई अनिल गौड़ा के घर की भी तलाशी ली गई। इससे पहले 2016 में, जब वीरेंद्र जेडी(एस) के सदस्य थे, आयकर विभाग ने उनके चित्रदुर्ग के चालकेरे स्थित घर में छापा मारा था। तब उनके बाथरूम में छिपे 5.7 करोड़ रुपये की नई करेंसी, 32 किलो सोने के बिस्किट, गहने और 90 लाख रुपये की पुरानी नोटें बरामद हुई थीं।
बैंक अधिकारियों के खिलाफ FIR
2016 के उस मामले में वीरेंद्र के साथ चित्रदुर्ग के दो बिचौलियों और चार बैंकों के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। सीबीआई जांच में पता चला कि वीरेंद्र ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर 5.76 करोड़ रुपये की नोटबंदी वाली करेंसी को नई 2,000 और 500 रुपये की नोटों में बदला था। सीबीआई ने बताया कि बैंक अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों और रिकॉर्ड के जरिए यह दिखाया कि यह पैसा एटीएम काउंटरों से बदला गया।
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वर्तमान में केसी वीरेंद्र चित्रदुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।