केरल के कन्नूर जिले के उलिककल से एक ऐसी घटना सामने आई जो आपके दिल को छू लेगी। इस गांव के लोगों ने इंसानियत की मिसाल कायम की। यहां गांव में एक बंद पड़ी दुकान में फंसी एक चिड़िया की जान बचाने के लिए लोगों ने मिलकर प्रयास किए। चिड़िया की जान बचाने के लिए उसे दाना पानी दिया। चिड़िया के फंसे होने की खबर फैली तो जिले के जज ने खुद 48 किलोमीटर दूर आकर चिड़िया को आजाद करवाया।
यह चिड़िया लंबे समय से बंद पड़ी एक दुकान में पाइप के छेद से अंदर चली गई थी। दुकान के मालिकों के बीच कोर्ट में केस चल रहा था जिसके चलते कोर्ट ने दुकान को सील कर दिया था। दुकान में चारों तरफ कांच की दीवार लगी थी। चिड़िया ने जब भी बाहर निकलने की कोशिश की तो वह कांच से टकराती रही और बाहर नहीं निकल पाई। चिड़िया को परेशान देखकर लोगों ने उसको बाहर निकालने के कई प्रयास किए।
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पाइप से भेजा दाना और पानी
गांव वालों ने चिड़िया को परेशान देखा लेकिन दुकान सील होने के कारण कोई भी दुकान नहीं खोल सकता था। जब तक चिड़िया बाहर नहीं निकली तब तक गांव वाले रोज उसके लिए दाना और पानी पाइप से दुकान के अंदर भेजते रहे ताकि चिड़िया भूखी न रहे। चिड़िया की मदद करने के लिए गांव वालों ने जिला कलेक्टर अरुण के विजयन से बात की। अरुण विजयन ने इस मामले में जिला जज निसार अहमद से बात की।
48 किलोमीटर दूर से आए जज
जिला जज निसार अहमद ने इस मामले को गंभीरता से लिया और हाई कोर्ट के जजों से दुकान खोलने की इजाजत ली। इसके बाद वह खुद 48 किलोमीटर दूर इस गांव में पहुंच गए। जज ने अपनी मौजूदगी में चिड़िया को बाहर निकलवाया। चिड़िया को गांव के लोगों ने निकालकर आजाद कर दिया।
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जज निसार अहमद ने कहा, 'कानून को कभी भी जीवन के रास्ते में नहीं आना चाहिए- चाहे वह कोई इंसान हो या कोई जीव।' उन्होंने लोगों की एकता और दयालुता की तारीफ करते हुए कहा, 'इस छोटे से बचाव ने हमें इंसानियत का एक बड़ा सबक सिखाया है। यह घटना दिखाती है कि अगर हम सब मिलकर कोशिश करें, तो कुछ भी संभव है।'