गुजरात के पाटण जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला दृश्यम फिल्म देखकर इतनी प्रभावित हुई की उसने एक व्यक्ति की हत्या ही कर दी। महिला की शादी हो चुकी थी और वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती थी इसलिए उसने अपनी मौत का नाटक करने की योजना बनाई। महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक व्यक्ति की हत्या की और उसकी लाश को अपने कपड़े पहनाकर जला दिया। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने जुर्म स्वीकार भी कर लिया।
यह मामला गुजरात के पाटण जिले के सांतलपुर तालुका के जखोत्रा गांव का है, जहां एक महिला अपनी मौत का झूठा नाटक करने के लिए एक व्यक्ति की हत्या कर दी। महिला ने इस घटना को अंजाम देने के लिए अपने प्रेमी का सहारा लिया और दोनों ने मिलकर हत्या के बाद उस व्यक्ति की लाश को महिला के कपड़े पहनाकर जला दिया। पुलिस ने बताया कि उन्हें मंगलवार रात एक अधजली लाश मिली, जिसके बाद पुलिस ने बुधवार तड़के पलनपुर रेलवे स्टेशन से गीता अहीर और उसके प्रेमी भरत अहीर को गिरफ्तार किया।
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पति से छुटकारा पाने के लिए बनाई थी योजना
गीता ने यह पूरी योजना अपने पति को छोड़कर प्रेमी के साथ रहने के लिए बनाई थी। पुलिस पूछताछ में गीता ने बताया कि उसने 'दृश्यम' फिल्म देखकर यह योजना बनाई थी ताकि वह अपनी झूठी मौत दिखाकर भरत के साथ भाग सके और हमेशा उसके साथ रह सके। पाटण के पुलिस अधीक्षक वीके नाई ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया, 'गीता अपने पति के साथ जखोत्रा गांव में रहती थी। उसने अपने प्रेमी भरत को इस योजना के लिए मना लिया और किसी शव की तलाश शुरू कर दी।
लाश को अपने कपड़े पहनाकर जला दिया
मंगलवार रात गीता अपने ससुराल से चुपचाप निकल गई। घर से निकलने के बाद उसने और उसके प्रेमी ने घटना को अंजाम दिया और लाश को गीता के कपड़े पहनाकर जला दिया। जब गीता का परिवार उसे खोज रहा था, तो गांव के बाहर एक तालाब के पास अधजली लाश मिली। लाश पर गीता की 'घाघरा' और पायल थी, जिससे परिवार वालों को लगा कि यह गीता की लाश है। गीता का परिवार उस अधजली लाश को घर ले आया लेकिन जब शव को घर लाया गया, तो उन्हें पता चला कि वह एक पुरुष की लाश है। इसके बाद परिवार ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
गीता के परिवार की शिकायत पर पुलिस वाले मौके पर उनके घर पहुंच गए। पुलिस को पता चला कि गीता और भरत एक दूसरे से प्यार करते थे और भागने की योजना बना रहे थे जिसके बाद पुलिस ने तुरंत उनको पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। वह दोनों राजस्थान जाने वाली एक ट्रेन के इंतजार में पलनपुर स्टेशन पर थे, जहां से पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस ने शव की पहचान हरजीभाई सोलंकी के रूप में की है। वह सांतलपुर तालुका के वाउवा गांव में रहते थे। पुलिस पूछताछ में गीता और भरत दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
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दृश्यम फिल्म देखकर बनाई योजना
गीता ने पुलिस को बताया कि उसने 'दृश्यम' और 'दृश्यम 2' फिल्में देखने के बाद अपनी मौत का नाटक करने का प्लान बनाया था क्योंकि वह भरत के साथ अपना जीवन बिताना चाहती थी। भरत इस योजना में शामिल हो गया और किसी व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी जिसे उन्हें योजना के अनुसार, मारना था और उसके बाद गीता की लाश के रूप में जलाना था। 26 मई को भरत ने हरजीभाई सोलंकी को देखा और उसे अपनी बाइक पर लिफ्ट दी। वह बाइक पर सोलंकी को एक सुनसान जगह पर ले गया और वहां उसका गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद लाश को जखोत्रा गांव के पास एक तालाब के किनारे ले गया।
दोनों की योजना के मुताबिक, गीता उसी रात चुपचाप घर से निकली और पेट्रोल की बोतल लेकर उस जगह पहुंची जहां भरत सोलंकी की लाश को लेकर आया था। उन्होंने सोलंकी की लाश पर गीता का घाघरा और पायल पहनाई और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। वह चाहते थे कि गीता के परिवार के लोग उसे मरी हुई समझ लें और उसका पीछा न करें। इसके बाद दोनों वहां से भागकर पलनपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां से वे जोधपुर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। इसी समय पुलिस टीम ने उन्हें वहीं गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।