मौनी अमावस्या के दिन कुंभ 2025 में हुई भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन अगले अमृत स्नान के लिए अलर्ट मोड में है। प्रशासन ने बसंत पंचमी के अमृत स्नान के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और सख्त कर दिया है। 3 फरवरी 2025 को होने वाले इस तीसरे अमृत स्नान के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी, जिसे देखते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को उच्च स्तर पर पहुंचाया गया है।
मौनी अमावस्या की भगदड़ से सीखे गए सबक
मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान भारी भीड़ के कारण कुंभ क्षेत्र में अव्यवस्था फैल गई थी, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस घटना में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई श्रद्धालुओं को चोटें आई थीं व कुछ को समय पर मेडिकल सहायता नहीं मिल पाई थी। इस घटना के बाद प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नई रणनीति बनाई है और सुनिश्चित किया कि बसंत पंचमी के दिन ऐसी कोई स्थिति दोबारा न बने।
बेहतर मेडिकल सुविधाओं का विस्तार
स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए महाकुंभ क्षेत्र में 23 अस्पतालों को पूरी तरह तैयार कर दिया गया है, जिनकी कुल क्षमता 360 बेड की है। विशेष रूप से, 100 बेड वाले एक केंद्रीय अस्पताल तैयार किया गया है, जो एडवांस सुविधाओं से लैस होगा। इसके अलावा, दो सब-मेडिकल केंद्र (25-25 बेड), आठ सेक्टर अस्पताल (20-20 बेड) और दो संक्रामक रोग अस्पताल (20-20 बेड) स्थापित किए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से त्वरित रूप से निपटा जा सके।
आपातकालीन सेवाओं को मिली प्राथमिकता
मौनी अमावस्या की घटना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इस बार आपातकालीन सेवाओं को विशेष रूप से मजबूत किया है। स्नान क्षेत्र में 10 प्राथमिक मेडिकल केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां अनुभवी मेडिकल कर्मी हर समय तैनात रहेंगे। इसके अलावा, संपूर्ण क्षेत्र में एंबुलेंस सेवाओं को दोगुना कर दिया गया है, ताकि किसी भी आकस्मिक मेडिकल स्थिति में मरीजों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके।
स्वास्थ्य निरीक्षण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
मौनी अमावस्या पर कई श्रद्धालुओं के लंबी भीड़ की वजह से कई भगदड़ के साथ-साथ कई तबीयत बिगड़ गई थी। इसे देखते हुए इस बार कुंभ क्षेत्र में स्वच्छता और स्वास्थ्य निरीक्षण की प्रक्रिया को कड़ा किया गया है। अनुभवी चिकित्सकों की टीम मेले में लगातार गश्त कर रही है और स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रही है। साथ ही, पर्याप्त मात्रा में दवाई और उपकरण हो ये सुनिश्चित की गई है।
श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्प डेस्क और सूचना केंद्र
श्रद्धालुओं को त्वरित मेडिकल सहायता प्रदान करने के लिए जगह-जगह हेल्प डेस्क और सूचना केंद्र स्थापित किए गए हैं। यहां तैनात मेडिकल कर्मी स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी देंगे और जरूरतमंदों की सहायता करेंगे।