महाराष्ट्र की राजनीति में गुरुवार को एक अहम घटनाक्रम देखने को मिला है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच एक बंद कमरे में मुलाकात हुई है। यह बैठक विधान परिषद के सभापति राम शिंदे के कक्ष में हुई। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मुलाकात लगभग आधे घंटे तक चली। मीटिंग में पार्टी विधायक आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री फडणवीस और उद्धव ठाकरे की इस मुलाकात ने राज्य की सियासत में हलचल पैदा कर दी है।
दरअसल, एक दिन पहले यानी बुधवार को ही मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व सहयोगी दल और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को पाला बदलकर सरकार में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, माना जा रहा है कि इस मीटिंग में दोनों नेताओं के बीच कई मद्दों पर चर्चा हुई। इनमें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद, महाराष्ट्र में तीन-भाषा नीति जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। मगर, यह मीटिंग ऐसी है कि आने वाले समय में राज्य की राजनीति को बदल सकती है।
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मीटिंग से अटकलों का दौर शुरू
इस मीटिंग से अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि राज्य में सियासी समीकरण कदल सकते हैं, जहां पिछले पांच सालों में कई दल-बदल और राजनीतिक बदलाव देखने को मिले हैं। बुधवार को विधानपरिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के विदाई समारोह में मुख्यमंत्री ने व्यंग्यात्मक लहजे में उद्धव ठाकरे से कहा था कि बीजेपी की उनके साथ विपक्ष में बैठने की संभावना तो नहीं है, लेकिन वह सत्ता पक्ष की तरफ आ सकते हैं।
फडणवीस ने क्या कहा था?
फडणवीस ने कहा था, ‘उद्धव जी, 2029 तक (सरकार में बदलाव की) कोई गुंजाइश नहीं है। हमारे पास दूसरे तरफ (विपक्ष में) जाने की गुंजाइश नहीं है। आपके पास यहां आने की गुंजाइश है और इस पर विचार किया जा सकता है। हम इसके बारे में अलग तरह से सोच सकते हैं।' बता दें कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली अविभाजित शिवसेना ने 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर हुए विवाद के बाद लंबे समय से सहयोगी रही बीजेपी से नाता तोड़ लिया था।
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शिंदे ने तोड़ ली थी शिवसेना
बाद में शिवसेना ने अविभाजित एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन करके उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। बाद में, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना का एक बड़ा हिस्सा तोड़कर पार्टी पर अधिकारी जमा लिया। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने हिंदुत्व के नाम पर बीजेपी के साथ आकर सरकार बना ली थी। बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, वर्तमान में फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में शिंदे उप मुख्यमंत्री हैं।
महाराष्ट में हुआ बड़ा बदलाव
सीएम देंवेद्र फडणवीस की ओर से प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब उद्धव ठाकरे दो दशक बाद अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के साथ आ मिले हैं। दोनों भाईयों ने राज्य में तीन भाषा विवाद के बाद एक हो गए और महाराष्ट्र की राजनीति में नया परिवर्तन करते हुए 5 जुलाई को मुंबई में एक बड़ी रैली आयोजित की। उद्धव और राज मिलकर आगामी मुंबई के नगर निगम चुनाव और विधानसभा चुनाव में साथ लड़ने के संकेत दिए हैं।
हालांकि, राज्य में बदल रहे इस सियासी समीकरण को लेकर शिवसेना के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। मगर, इन सभी घटनाक्रमों पर उनकी पैनी निगाहें जरूर हैं।