मणिपुर के 44 प्रतिभाशाली छात्रों को भारतीय सेना ने सम्मानित किया, जिन्होंने इस साल JEE और NEET जैसी कठिन परीक्षाएं पास कर राज्य का नाम रोशन किया है। यह सभी छात्र ‘मणिपुर सुपर-50’ नाम के योजना के तहत ट्रेन हुए थे, जिसे भारतीय सेना और नेशनल इंटीग्रिटी एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (NIEDO) ने मिलकर शुरू किया था।
इस योजना का मकसद है कि मणिपुर जैसे सीमावर्ती और चुनौतीपूर्ण हालात वाले क्षेत्रों के होनहार लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को बिना फीस और अच्छी कोचिंग कराया जाए ताकि वह देश के अच्छे मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला ले सकें।
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50 में 37 छात्र हुए सफल
इस साल NEET 2025 की परीक्षा में सुपर-50 के 37 छात्रों ने सफलता हासिल की। वहीं JEE 2025 में 13 छात्र सफल हुए। इन 44 छात्रों में से 6 ने दोनों परीक्षाएं पास की हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इन छात्रों ने मुश्किल हालात और सामाजिक रुकावटों के बावजूद लगन और हिम्मत से सफलता हासिल की।
जो मणिपुर के NEET टॉपर्स में से एक फिलेम जेनिन सिंह ने 97.06 प्रतिशत अंक हासिल किया। यह सफलता इस बात का प्रतीक है कि जब मेहनत और मार्गदर्शन एक साथ मिलता है, तो किसी भी कठिन लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को दिया गया सम्मान
सम्मान समारोह बिष्णुपुर जिले में आयोजित हुआ, जिसमें सेना के वरिष्ठ अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी, पुलिस अधीक्षक और NIEDO के निदेशक मौजूद रहे। सभी ने छात्रों और उनके माता-पिता से संवाद किया, उनके त्याग और संघर्ष की सराहना की।
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छात्रों के परिवारों ने सेना का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना सिर्फ अच्छे शिक्षा के लिए प्रयास नहीं, बल्कि जीवन बदलने वाला अनुभव साबित हुई है। सेना ने भी यह दोहराया कि ‘सुपर-50’ जैसे कार्यक्रम न सिर्फ युवाओं को दिशा देते हैं, बल्कि समाज में शांति और प्रगति का जरिया भी बनते हैं।