महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के आजाद मैदान में मनोज जरांगे पाटिल मराठा आरक्षण को लेकर लगातार 5 दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। वह मराठा समुदाय के लिए ओबीसी में 10 प्रतिशत कोटा की मांग कर रहे हैं। आरक्षण आंदोलन को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि इसकी वजह से पूरा शहर रुक गया है। कोर्ट ने यह भी कहा कि इस प्रदर्शन में सभी शर्तों का उल्लंघन किया है।
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, 'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आप सोमवार को होने वाले जन आक्रोश को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे। आपसे मेरी विनती है कि अच्छा होगा अगर प्रदर्शनकारी शनिवार और सोमवार को मुंबई आएं। अगर मैं मर भी जाऊं, तो इस आजाद मैदान से नहीं उठूंगा। अगर मैं मर भी जाऊं, तो आप चुप रहना।'
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फडणवीस को चुनौती दे रहे मनोज जरांगे
मनोज जरांगे पाटिल कहा, 'मैं सरकार और फडणवीस से कहता हूं कि जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम मुंबई नहीं छोड़ेंगे। राज्य के सभी मराठा प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मामलों को सरकार को वापस लेना चाहिए। जिन पुलिसकर्मियों ने हमला किया उनको संस्पेंड कर केस दर्ज करना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस को पुलिस के जरिए लड़कों पर लाठीचार्ज कराने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। वरना हम देवेंद्र फडणवीस को दिखा देंगे कि मराठा क्या होते हैं।'
मनोज ने आगे कहा, 'हमें 100% भरोसा है कि हम लोगों को न्याय मिलेगा। हम लोगों को आजाद मैदान से बेदखल करने का फैसला सरकार को बहुत महंगा पड़ सकता है। पिछले दो साल से हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारा विरोध कानून के दायरे में चल रहा है। हमें उम्मीद है कि कोर्ट विरोध प्रदर्शन के पक्ष में न्याय देगी। जैसे ही अदालत का आदेश आया, हमने वाहन हटा लिए। अब मुंबई में कहीं भी ट्रैफिक जाम नहीं है। हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे हैं।'
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AAP सांसद संजय सिंह का बयान
मनोज जरांगे से मुलाकात पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा है, 'हमने AAP और अरविंद केजरीवाल की ओर से मनोज जरांगे पाटिल को अपना पूरा समर्थन दिया है। वह पिछले कई सालों से मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे हैं। हम सभी उनके आंदोलन का समर्थन करते हैं और उनसे अपील करते हैं कि वे अपने स्वास्थ्य को खतरे में न डालें। अदालत को भी उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए।'