महाराष्ट्र के नागपुर में भड़की हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड बताया है। पुलिस ने दावा किया है कि फहीम खान नाम के शख्स ने ही अपने भड़काऊ भाषण से वहां के लोगों को उकसा कर, भीड़ जुटाई थी। औरंगजेब की कब्र को लेकर हुए विवाद ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया था।
नागपुर के महाल इलाके में तोड़फोड़ के बाद आगजनी हुई थी। इसके बाद सीएम फडणवीस ने पुलिस को कड़े कदम उठाने के लिए कहा था। पुलिस ने फहीम खान को अरेस्ट कर लिया है। फहीम शमीम खान ने 2024 में नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था। उसने 2024 में माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी से नागपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
फहीम खान का नाम FIR में भी दर्ज है। पुलिस का कहना है कि उसके बयानों की वजह से इलाके में लोग भड़क गए। इस हिंसा में कई गाड़ियों को जलाकर राख कर दिया गया है, वहीं कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं।
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कोर्ट ने दिया पुलिस रिमांड
नागपुर शहर पुलिस ने हिंसा और दंगे के मास्टरमाइंड फहीम खान को अरेस्ट करने के बुधवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 21 मार्च तक के लिए फहीम खान को पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
क्यों हुआ था विवाद ?
विकी कौशल की फिल्म छावा 14 फरवरी को रिलीज हुई थी। तभी से औरंगजेब के नाम पर हंगामा बरपा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कुछ दिन पहले औरंगजेब की कब्र हटाने की बात कही थी। विवाद तब और बढ़ गया जब समाजवादी पार्टी के नेता अबु आजमी ने औरंगजेब को अच्छा शासक बताते हुए कहा, 'उनका मानना है कि औरंगजेब क्रूर नहीं था।'
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असदुद्दीन ओवैसी का दावा था कि फिल्मों के जरिए औरंगजेब की गलत छवि पेश की जा रही है। इसके बाद से ही औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग तेज हो गई है। कुछ दिन पहले ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने धमकी दी थी कि अगर औरंगजेब की कब्र सरकार नहीं हटाती है तो बाबरी जैसा हश्र होगा।