अरुणाचल प्रदेश के लोअर दिबांग वैली जिले में शुक्रवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। रोइंग पुलिस स्टेशन के बाहर भीड़ ने एक 19 साल के युवक को पीट-पीटकर मार डाला। इस युवक पर कई नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप था।
पुलिस के अनुसार, मृतक असम का एक प्रवासी मजदूर था और वह एक स्कूल के पास निर्माण स्थल पर काम करता था। उस पर 6 से 9 साल की कम से कम सात नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप था। पुलिस अधीक्षक (एसपी) रिंगु नगुपोक ने बताया कि गुरुवार रात पुलिस ने आरोपी की तलाश में बड़ा अभियान चलाया था। शुक्रवार सुबह स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
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भीड़ ने गेट तोड़ा
लेकिन दोपहर करीब 2:30 से 3 बजे के बीच, 500 से 600 लोगों की भीड़ रोइंग पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गई। एसपी नगुपोक ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘भीड़ ने गेट तोड़ दिया और पुलिस स्टेशन में घुस गई। हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे आरोपी को बाहर खींच ले गए।’ भीड़ ने युवक पर हमला किया और उसे बुरी तरह पीटा। इसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी चोटों के कारण मौत हो गई।
पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएं
यह कोई पहली घटना नहीं है जब भीड़ ने कानून को अपने हाथ में लिया। पिछले साल मध्य प्रदेश के एक गांव में, एक व्यक्ति पर बच्ची के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा था। गुस्साई भीड़ ने उसे पेड़ से बांधकर पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
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इसी तरह, उत्तर प्रदेश के एक कस्बे में 2024 में एक चोरी के आरोपी को भीड़ ने घेर लिया और उसकी पिटाई की। पुलिस ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई।