प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (8 जनवरी) को भारतीय प्रवासियों को बड़ा तोहफा देने वाले हैं। पीएम मोदी आज नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे।
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, बुधवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन शुरू होगा जिसके मद्देनजर इस विशेष ट्रेन को शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री इस सम्मेलन को संबोधित भी करेंगे। इस सम्मेलन के जरिए 50 देशों से भारत आने वाले एनआरआई के सामने ओडिशा की संस्कृति और विरासत को पेश करना है।
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस के बारें में कुछ बड़ी बातें
- प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस एक स्पेशल अत्याधुनिक पर्यटक ट्रेन है, जिसे विशेष रूप से भारतीय प्रवासियों के लिए डिजाइन और निर्मित किया गया है। यह ट्रेन विशेष तौर पर 45 से 65 वर्ष की आयु वर्ग के लिए तैयार की गई है।
- 9 जनवरी से यह ट्रेन तीन सप्ताह की अवधि के लिए देश भर में कई गंतव्यों की यात्रा करेगी। इसमें प्रमुख पर्यटक और धार्मिक स्थल शामिल हैं।
- विशेष ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की तारीख भारत सरकार ने ऐसी इसलिए चुनी क्योंकि 9 जनवरी, 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। ऐसा स्विट्जरलैंड के भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर लिखा है।
- प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस के ट्रेवल डेस्टिनेशन में अयोध्या, पटना, गया, वाराणसी, महाबलीपुरम, रामेश्वरम, मदुरै, कोच्चि, गोवा, एकता नगर (केवडिया), अजमेर, पुष्कर और आगरा शामिल हैं।
- इसके अलावा, ट्रेन में 156 यात्री बैठ सकते हैं।
- प्रवासी भारतीयों को उनकी जड़ों से जोड़ने के लिए तीन सप्ताह का यह दौरा विदेश मंत्रालय की ‘प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना’ (पीटीडीवाई) के तहत भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
प्रवासी भारतीय का कितना योगदान?
विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने मंगलवार को 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में प्रवासी भारतीयों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा, 'भारतीय प्रवासी दुनिया में धन प्रेषण के सबसे बड़े स्रोतों में से एक के रूप में उभरे हैं। प्रवासी भारतीयों की संख्या 35.4 मिलियन है, जिसमें 19.5 मिलियन भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) और 15.8 मिलियन एनआरआई शामिल हैं। हमारे पास जो प्रवासी हैं, वह हमारी सबसे बड़ी ताकत में से एक हैं।' चटर्जी ने कहा, 'राज्य के पास अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को देने के लिए बहुत कुछ है।'
सम्मेलन में क्या रहेगा खास?
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में पांच सत्र होंगे - 'सीमाओं से परे: वैश्वीकृत दुनिया में प्रवासी युवा नेतृत्व', 'पुलों का निर्माण, बाधाओं को तोड़ना: प्रवासी कौशल की कहानियां', 'हरित संबंध: सतत विकास में प्रवासी योगदान', 'प्रवासी दिवस: महिला नेतृत्व और प्रभाव का जश्न मनाना - नारी शक्ति', और 'प्रवासी संवाद: संस्कृति, संबंध और जुड़ाव की कहानियां'।
तीन दिवसीय सम्मेलन को देखते हुए भुवनेश्नर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए भुवनेश्वर में 1,200 केंद्रीय बलों के साथ लगभग 2,700 पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।