जम्मू-कश्मीर और भारत के बॉर्डर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है। कई इलाके पूरी तरह से डूब गए हैं और कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन भी चल रहा है। इसी बाढ़ की स्थिति में चल रहे रेस्क्यू के दौरान 4 युवकों को डूबने से बचाया गया। इन युवकों में से एक लड़का डूबने के डर से यूकेलिप्टस के पेड़ पर चढ़ा हुआ जिस समय इसे बचाया गया।
एनडीआरएफ की टीम पंजाब के फाजिल्का के तेजा रोहेला गांव में बाढ़-ग्रस्त जगहों पर बचाव कार्य चला रहा था तभी एक लड़का बाढ़ के पानी में बह गया। यह गांव जीरो लाइन पर है। कुछ लड़कों ने उसे बचाने की कोशिश की पर खुद ही बह गए। यूकेलिप्टस के पेड़ से चिपकने के कारण वे पाकिस्तान बह के जाने से बच गए।
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पंजाब के कई इलाके डूबे
भारी बारिश और डैम के पानी छोड़े जाने के कारण पंजाब के बॉर्डर से सटे कई इलाके पानी में डूब गए हैं। यहां बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। पंजाब सरकार ने कई स्कूलों को 30 अगस्त तक बंद करने तक का आदेश दिया है। गुरूदासपुर में एक स्कूल से 400 स्टूडेंट और 40 स्टाफ के लोगों को NDRF और SDRF की टीम ने बचाया है जो रेस्क्यू के समय स्कूल बिल्डिंग में ही फंसे हुए थे।
बॉर्डर के इलाको में ऐसी घटनाएं आम
पंजाब और बॉर्डर के कई इलाके जो पाकिस्तान से सटे हुए हैं वहां अक्सर लोग गलती से बॉर्डर क्रास कर जाते हैं। बाढ़ के दौरान ये स्थिति बन जाती है क्योंकि बॉर्डर समझ नहीं आता। जो लोग उस पार चले जाते हैं फिर उन्हें कैदी के तोर पर रिहा किया जाता है। इन क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति साफ नहीं है इसलिए इस तरह की समस्या आम है।
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पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है जिसमें खासकर अमृतसर, पठानकोट, गुरूदासपुर और तरन तारन को बॉर्डर से सटे इलाके हैं। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश हुई है।